पाकिस्तान के पीएम ने पीएम मोदी से बातचीत करने की और मदद की गुहार लगाई
नई दिल्ली – शहबाज शरीफ भारत से बातचीत करने की भी गुहार लगा रहे हैं. आतंक को पनाह देने वाला मुल्क आतंक की गिरफ्त में है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेनाध्यक्ष जनरल सैयद असीम मुनीर संयुक्त अरब अमीरात से मदद की गुहार लगा रहे हैं. वो यूएई की मदद से भारत से बात करना चाहते हैं. पाकिस्तान पर डिफ़ॉल्टर देश घोषित होने का खतरा भी है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की गुहार लगाई है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के आका चीन ने संयुक्त राष्ट्र में लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के रिश्तेदार अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने पर अपने विरोध खत्म कर लिया। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया। आइए समझते हैं पाकिस्तान और चीन का अचानक से हृदय परिवर्तन कैसे हो गया और वे भारत के साथ दोस्ती की ओर क्यों कदम बढ़ा रहे हैं।
बड़ा कारण यह है कि पाकिस्तान के बैंकों की हालत खराब है.केंद्रीय बैंक लगभग खाली हो चुके हैं. बैंकों की हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के पास केवल 4.2 बिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार ही बचा है. पाकिस्तान को चालू वित्त वर्ष के अगले तीन महीनों (जनवरी से मार्च) में दूसरे देशों से लिए कर्जों की अदायगी के रूप में करीब 8.3 अरब डॉलर चुकाने होंगे.
पाकिस्तान अभी आटे के गंभीर संकट का सामना कर रहा है और दाम आसमान छू रहे हैं। पाकिस्तान के कई इलाकों में आटे को लेकर लोगों में हिंसक झड़प हो चुकी है। इसके अलावा पाकिस्तान में महंगाई अपने रेकॉर्ड स्तर को छू रही है। पाकिस्तान अभी आईएमएफ के प्रोग्राम में जाने वाला है, इससे मंहगाई कई गुना और बढ़ जाएगी। पाकिस्तान में इस साल चुनाव होने हैं और इमरान खान सियासी जंग के लिए तैयार हैं। माना जा रहा है कि इमरान खान फिर से सत्ता में आ सकते हैं।