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छत्तीसगढ़ की बाल गायिका द्वारा छठ गीत गाने पर विवाद,हुआ छत्तीसगढ़ी संस्कृति का अपमान-जाने कौन है ये बाल गायिका


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नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ की चौदह वर्षीय लोक कलाकार आरू ओजस्वी साहू के छठ गीत गाए जाने पर इंटरनेट मीडिया के मंच पर विरोध का सामना करना पड़ रहा है।आरू के पिता शीतकुमार ने बताया कि आरू अब तक 50 से अधिक छत्तीसगढ़ी गीत गा चुकी हैं। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना विरोध कर रही है.वहीं गायिका का कहना है कि वह छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति का सम्मान करती हैं.छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के नाम से बने इंटरनेट एकांउट से हैशटैग बायकाट आरू साहू लिखी पोस्ट साझा किया गया है। आरु साहू के छठ गीत रिलीज़ होने के बाद छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर इसका विरोध कर रहे हैं.नाराज़गी जताते हुए गाने के बॉयकॉट करने की बात भी कही जा रही है.

छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना से जुड़े कुछ लोगों की आइडी से आरू साहू के बहिष्कार के पोस्ट देखे। हम नगरी-सिहावा के छोटे से गांव में रहते हैं और इस तरह के पोस्ट से वे और उनकी बेटी डर गए हैं। हम नगरी-सिहावा के छोटे से गांव में रहते हैं और इस तरह के पोस्ट से वे और उनकी बेटी डर गए हैं।दूसरे राज्य के लोक त्योहार का गीत गाने पर नाराजगी व्यक्त की गई.टरनेट मीडिया में आरू के खिलाफ पोस्ट दिखने लगी तो आरू के समर्थन में भी लोग आए।कि वो छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति और अपने पुरुखों का सम्मान करती हैं. वो छत्तीसगढ़ की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है.बच्ची के प्रति बिगड़ते माहौल को देखकर विरोध कर रहे कई लोगों ने अपनी पोस्ट डिलीट भी कर दी है। विरोध कर रहे लोगों की भावनाओं का भी वो सम्मान करती हैं.

बचपन में आरू की प्रतिभा देखने के बाद उसे बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं।आरू के पिता शीतकुमार ने बताया कि आरू अब तक 50 से अधिक छत्तीसगढ़ी गीत गा चुकी हैं। हिंदी गाने भी गाए हैं। आरू साहू ने ‘जय हो छठी मैया’ (Aaru Sahu Jai Ho Chhathi Maiya Song) नाम का गाना गाया है.जिसे एमवीएल फिल्म भक्ति यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है.मैं सभी संस्कृति का सम्मान करती हूं.इसलिए यह गाना गाई हूं और यह गाना भक्तिमय है.2019 के छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के उद्घाटन समारोह में छत्तीसगढ़ का राजकीय गीत अरपा पैरी के धार,महानदी हे अपार गाया था।

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