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कोरोनाभारत

ब्लैक फंगस के बाद आया व्हाइट फंगस, जानें कितना खतरनाक है ये…

नई दिल्ली – कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस और अब व्हाइट फंगस आ गया है। यह बीमारी मुख्य रूप से इम्युनोकॉम्प्रोमाइज्ड कोविड-19 रोगियों को प्रभावित कर रही है। यह एक अलग फंगस है जिसे व्हाइट फंगस कहा जाता है। इसने पूरे देश में एक बार फिर हलचल मचा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह ब्लैकं फंगस के जितना खतरनाक नहीं है।

सही समय पर इसे पहचान कर डॉक्टर के पास चले जाएं, इसको लिए शीघ्र इलाज जरूरी है जो एक से डेढ़ महीने चल सकता है। एक अख़बार में छपी खबर के मुताबिक, व्हाइट फंगस (एस्परगिलोसिस) ब्लैग फंगस जितना खतरनाक नहीं है। इसका इलाज 1-1.5 महीने तक जारी रह सकता है। अपने डॉक्टर की सलाह के बिना #COVID19 के इलाज के लिए स्टेरॉयड न लें। डॉक्टर्स के मुताबिक, यह फंगस तंग और नम जगहों पर उगता है इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके आस-पास नियमित रूप से सफाई हो। कई दिनों तक फ्रिज में रखी खाने की चीजों का सेवन करने से बचें, ताजे फल खाएं, अपने घर में धूप आने दें और अपने मास्क को रोजाना धोएं।

व्हाइट फंगस की पहली रिपोर्ट पटना, बिहार से आई थी। हालांकि, सरकार द्वारा संचालित पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) ने इन खबरों को खारिज कर दिया।

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