तालिबानी में 80 छात्राओं को दिया गया जहर
नई दिल्ली – अफगानिस्तान के उत्तरी इलाके में दो अलग-अलग मामलों में प्राइमरी स्कूल की 80 लड़कियों को जहर दिया गया। ये घटनाएं उत्तर में सर-ए-पुल प्रांत में शनिवार और रविवार को हुईं। शिक्षा के प्रांतीय विभाग के निदेशक मोहम्मद रहमानी ने कहा कि संगचरक जिले में कक्षा 1 से 6 तक की छात्राओं को जहर दिया गया था। उन्होंने कहा कि नसवान-ए-कबोद आब स्कूल में 60 और नसवान-ए-फैजाबाद स्कूल में 17 और बच्चों को जहर दिया गया था।
अफागानिस्तान में 2015 में भी ऐसी घटना हुई थी। तब हेरात प्रांत में स्कूल की 600 बच्चियों को जहर दिया गया था। तब भी किसी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली थी। हालांकि उस समय कई मानवाधिकार संगठनों ने तालिबान को घटना का जिम्मेदार ठहराया था। शुरुआती जांच से ये किसी की साजिश लग रही है। किसी ने थर्ड पार्टी के जरिए इन लड़कियों को जहर दिलाया है। जिन लड़कियों को जहर दिया गया वो एक से छठी क्लास की बताई जा रही हैं।
जब 4 दिन पहले अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत ने दुनिया के तमाम देशों से उसे मान्यता देने की बात कही है। इसी सिलसिले में बातचीत के लिए कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन थानी 12 मई को अफगानिस्तान के कंधार गए थे। थानी ने अफगान तालिबान के सुप्रीम लीडर हेबुतुल्लाह अखुंदजादा से कंधार में सीक्रेट मीटिंग की थी। इसकी जानकारी बुधवार को सामने आई।
अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता में आने और अफगान महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों और स्वतंत्रता पर कार्रवाई शुरू करने के बाद से इस तरह का हमला पहली बार हुआ है।लड़कियों को विश्वविद्यालय सहित छठी कक्षा से आगे की शिक्षा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और महिलाओं को अधिकांश नौकरियों और सार्वजनिक स्थानों से प्रतिबंधित कर दिया गया है।