राहुल गांधी ने रायबरेली से दाखिल किया नामांकन,जाते वकत भीड़ में फंस गई राहुल गांधी की गाड़ी
मुंबई – कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रायबरेली लोकसभा सीट पर नामांकन दाखिल कर दिया है। इस दौरान उनके साथ मां सोनिया गांधी, बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा जीजा रॉबर्ट वाड्रा के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी नजर आए। राहुल गांधी अपने परिवार के साथ शुक्रवार दोपहर रायबरेली पहुंचे और यहां से पार्टी के कार्यालय पहुंचे। जहां कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ मौजूद थी।भीड़ के कारण कई बार कोशिश करने के बाद भी वह गाड़ी से नहीं उतर पाए और नामांकन के लिए रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि भीड़ को संभालने के लिए जिला प्रशासन की ओर से पुख्ता प्रबंध भी नहीं किए गए थे। बहरहाल, राहुल गांधी ने रायबरेली सीट पर नामांकन दाखिल कर दिया है।
रायबरेली लोकसभा सीट गांधी परिवार की परंपरागत सीट
रायबरेली लोकसभा सीट गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही है। सबसे पहले 1952 (और फिर 1958 में भी) में फिरोज गांधी ने चुनाव लड़ा और जीते। फिरोज गांधी के निधन के बाद 1967 में इंदिरा गांधी ने यहां से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की। 2004 में इंदिरा गांधी की बहू सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ा और पांच बार सांसद चुनी गईं। अब सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी इस विरासत को संभालने जा रहे हैं। यहां आखिरी बार भाजपा ने 1998 में जीत दर्ज की थी, तब अशोक सिंह प्रत्याशी बनाए गए थे।
रायबरेली भी नहीं है राहुल गांधी के लिए आसान
रायबरेली में भाजपा ने दिनेश प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है।दिनेश प्रताप सिंह साल 2019 में भी रायबरेली सीट से सोनियां गाधी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। ऐसे में एक बार फिर भाजपा ने दिनेश प्रताप सिंह पर अपना भरोसा जताया है। साल 2019 लोकसभा चुनाव में दिनेश प्रताप सिंह ने सोनिया गांधी के सामने मजबूत दावेदारी पेश की थी और पूरा जोर लगाकर चुनाव वहां से चुनाव लड़े थे। उन्होंने कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी थी। मगर आखिर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।इसी वजह से सियासी हलकों में चर्चाएं हैं कि राहुल गांधी के लिए रायबरेली का किला बचाना इतना आसान नहीं है, जितना माना जा रहा है. दरअसल रायबरेली सीट के पिछले 4 आम चुनावों के आंकड़े काफी कुछ कहानी बयां करते हैं।