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स्टार्टअप बायजू हालत और ख़राब,लेनदारों की लंबी लिस्ट


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नई दिल्ली – भारत की दिग्गज एडटेक कंपनी बायजू के बुरे दिन खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं. अमेरिका में कंपनी की एल्फा यूनिट कोर्ट में दिवालिया होने की गुहार लगाई है. दरअसल इस यूनिट ने डेलावेयर की कोर्ट में चैप्टर 11 के तहत बैंकरप्सी प्रोसिडिंग्स के लिए आवेदन दिया है. इस यूनिट पर 1 से 10 अरब डॉलर तक की देनदारी है.

बायजू रवीन्द्रन द्वारा स्थापित एड-टेक कंपनी बायजू भारत के सबसे लोकप्रिय स्टार्टअप्स में से एक थी. इसका मूल्य 2022 में 22 बिलियन डॉलर था, लेकिन हाल ही में ऋणदाताओं ने इसके खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही शुरू की है. जिसके कारण कंपनी की वैल्यू पर गहरा असर हुआ. बायजू के कुछ निवेशकों ने कहा कि कंपनी का मूल्यांकन 1 बिलियन डॉलर से 3 बिलियन डॉलर के बीच कम हो गया.

दो साल में इसकी वैल्यू 22 अरब डॉलर से गिरकर 25 करोड़ डॉलर रह गई है. इस बीच कंपनी के बड़े निवेशकों ने कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन को कंपनी से बाहर करने की मांग की है. उन्होंने बायजू की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को एक नोटिस भेजकर असाधारण आम बैठक बुलाने की मांग की है.उनका कहना है कि इसमें कंपनी के बोर्ड को नए सिरे से गठित करने और कंपनी की लीडरशिप में बदलाव पर चर्चा होनी चाहिए. अभी बायजू के बोर्ड में बायजू रवींद्रन, उनकी भाई रीजू रवींद्रन और पत्नी दिव्या गोकुलनाथ शामिल हैं.इस बीच अमेरिका में बायजू की एक यूनिट ने अमेरिका में बैंकरप्सी प्रॉसीडिंग्स के लिए आवेदन किया है.बायजू की अल्फा यूनिट की एसेट्स 50 करोड़ से एक अरब डॉलर के बीच है.

बायजू ने सोमवार को कहा कि था वह देनदारियों और अन्य परिचालन लागतों को पूरा करने के लिए वे शेयरों के राइट्स इश्यू लाने की तैयारी कर रहे हैं. जिसके माध्यम से 200 मिलियन डॉलर जुटाए जाएंगे. पिछली बार फंडिंग राउंड में कंपनी 2200 करोड़ डॉलर के वैल्यूशन पर फंड जुटाने में कामयाब रही रही.इतना ही नहीं कंपनी देश के विदेशी मुद्रा कानूनों के कथित उल्लंघन को लेकर भारतीय अधिकारियों की जांच के दायरे में भी रही है. जिसके कारण भी कंपनी की साख प्रभावित हुई.

बायजू ब्रांड के अंतर्गत संचालित होने वाली थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड में लगभग 6 निवेशकों ने कंपनी के प्रमुख मुद्दों पर बात करने और संस्थापकों को फर्म पर नियंत्रण से बाहर करने के लिए एक असाधारण आम बैठक (ईजीएम) बुलाई है. सूत्रों ने यह जानकारी दी है. ईजीएम नोटिस में नीदरलैंड की निवेश कंपनी प्रोसस के नेतृत्व में निवेशकों ने बकाया शासन, वित्तीय कुप्रबंधन और अनुपालन मुद्दों के समाधान और निदेशक मंडल के पुनर्गठन का अनुरोध किया है.

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