गोरखनाथ मंदिर: आरोपी मुर्तजा विदेशों मे पैसे भेज रहा था,हनीट्रैप एंगल भी आया सामने
लखनऊ: गोरखनाथ मंदिर में पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले मुर्तजा अब्बासी के खिलाफ जांच एजेंसी को काफी सबूत मिल रहे हैं। उसके खुद के कई कबूलनामे किए हैं, अब अहमद मुर्तजा की बैंक डिटेल्स सामने आई हैं। खबर है कि मुर्तजा के 3 बैंक खाते थे। उनके आईसीआईसीआई, आईडीएफसी, फर्स्ट बैंक और फेडरल बैंक में खाते थे। इनके पास से कई बार ऐप के जरिए पैसे विदेश भेजे जाते थे। इसके अलावा, पिछले कुछ महीनों में आरोपियों द्वारा इस्लामिक संगठनों को पैसा ट्रांसफर किया गया था। एटीएस के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में मुर्तजा ने इस्लामिक संगठनों को 22,000 रुपये, 700 रुपये, 16,594 रुपये, 16,622 रुपये और 22,907 रुपये का लेन-देन किया था।
इसके अलावा जांच में शमीउल्लाह नाम के एक शख्स का भी नाम आया है। खबर है कि मुर्तजा लगातार शमीउल्लाह को पैसे दे रहा था। वह अपने खाते में हजारों रुपये जमा करता था। यह शमीउल्लाह कौन है और मुर्तजा से उसका क्या संबंध है, इसकी जांच की जा रही है। हालांकि, पूछताछ में मुर्तजा ने एक और बड़ा खुलासा किया है। अधिकारियों ने कहा की उसने सीरिया, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ और लोगों को भी पैसा भेजा। इस एंगल की भी जांच की जा रही है कि क्या लेन-देन का आतंकवादी गतिविधियों से कोई संबंध है या नहीं।
विदेश में पैसा भेजने के बारे में पूछे जाने पर मुर्तजा ने जवाब दिया, ”जहाँ भी जरूरतमंदों को देखा, मैंने पैसे भेज दिए” वर्तमान में, सुरक्षा एजेंसियों ने गोपनीयता उद्देश्यों के लिए मुर्तजा के खाते और मोबाइल, आधार विवरण को अवरुद्ध कर दिया है। हालांकि, मुर्तजा द्वारा अब तक दिए गए सभी बयानों के आधार पर जांच एजेंसी का मानना है कि उसे कट्टरपंथी बनाया गया था।
इस पूरे मामले में एक हनीट्रैप एंगल भी चल रहा है। मुर्तजा ने कहा कि उन्हें आईएसआईएस शिविर में फंसी एक लड़की के नाम से मेल मिला है। मेल के बाद मुर्तजा ने लड़की की मदद के लिए कुछ पैसे भी भेजे। इसके बाद लड़की ने उससे मिलने का वादा किया। अब जांच एजेंसियों के मुताबिक मुर्तजा का झुकाव आईएसआईएस की तरफ था और वह संगठन में शामिल होने की तैयारी कर रहा था।