Russia-Ukraine War : ऑस्ट्रेलिया भेजेगा यूक्रेन को घातक हथियार, रूस के ऊपर हर तरह के प्रतिबंध
नई दिल्ली – रूस की सेना तेजी से यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला कर रही है। यह हमले का चौथा दिन है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भी इस बात को लेकर चिंता जताई है कि जल्द ही रूस राजधानी कीव पर कब्जा कर सकता है। राष्ट्रपति जेलेंस्की को अमेरिका ने यूक्रेन छोड़ने का प्रस्ताव दिया था लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया और कहा कि वह रूस के खिलाफ डटे रहेंगे।
अमेरिकी एजेंसी ने सैटलाइट तस्वीरें शेयर करते हुए दावा किया है कि यूक्रेन में काफी हद तक रूस ने कब्जा कर लिया है। वहीं यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत ऑपरेशन गंगा चला रहा है। इसके तहत तीसरी फ्लाइट हंगरी के बुडापेस्ट से 240 नागरिकों को लेकर रवाना हो गई है। इस बीच प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया अपने NATO भागीदारों के माध्यम से यूक्रेन को घातक हथियारों की आपूर्ति करेगा.
अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो का कहना है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन की योजना यूक्रेन में 24 घंटे के भीतर हवाई प्रभुत्व स्थापित करने, 36 घंटे के भीतर यूक्रेन की सैन्य संचार को नष्ट करने, 48 घंटों के भीतर कीव को घेरने और 72 घंटों के भीतर ‘कठपुतली सरकार’ स्थापित करने की थी. हालांकि रूस के साथ यूक्रेन अभी भी संघर्ष कर रहा है. SWIFT से रूस को बाहर करने पर ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा कि ये रूस को आइसोलेट करने का पहला कदम है. रूस के खिलाफ आगे भी कड़े एक्शन लिए जाएंगे.
यूक्रेन के पूर्व टेनिस खिलाड़ी सर्गेई स्टाखोवस्की (Sergiy Stakhovsky) रूस के हमले को देखते हुए अपने देश की रिजर्व सेना में शामिल हो गए. उन्होंने कहा कि सैन्य अनुभव की कमी के बावजूद, वह एक बंदूक को संभाल सकते हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा युद्ध की घोषणा के बाद उसकी ओर से लगातार हमला जारी है. 2013 में विंबलडन के दूसरे दौर में रोजर फेडरर पर चौंकाने वाली जीत और चार एटीपी खिताब जीतने वाले 36 वर्षीय स्टाखोवस्की ने शनिवार को कहा कि वह यूक्रेन की रक्षा में हथियार लेने को तैयार हैं.