नई दिल्ली – सीमा विवाद को लेकर पूर्वोत्तर के दो राज्यों असम और मिजोरम का झगड़ा हिंसक हो गया है। असम-मिजोरम बॉर्डर के लायलापुर में असम पुलिस के 5 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं, 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। असम का आरोप है कि मिजोरम के लोगों ने गोलीबारी की और मिजोरम का आरोप है कि असम पुलिस के जवानों ने आम नागरिकों पर फायरिंग की।
After killing 5 Assam police personnel and injuring many , this is how Mizoram police and goons are celebrating.- sad and horrific pic.twitter.com/fBwvGIOQWr
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 26, 2021
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने असम पुलिस के जवानों की मौत पर जश्न मनाने का एक वीडियो शेयर किया है। 30 सेकेंड के इस वीडियो में मिजोरम पुलिस और वहां के लोग जश्न मनाते नजर आ रहे हैं। साथ ही मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मिजोरम मुद्दे पर असम सरकार का बयान भी ट्विटर पर शेयर किया है। बयान में असम सरकार ने कहा कि मौजूदा समझौतों और मौजूदा यथास्थिति के एक और उल्लंघन में मिजोरम ने असम में रेंगती बस्ती की ओर एक सड़क का निर्माण शुरू कर दिया और लैलापुर क्षेत्र में इनर लाइन रिजर्व फॉरेस्ट को नष्ट कर दिया। इसके साथ ही, मिजोरम पक्ष ने उसी क्षेत्र में सीआरपीएफ के शिविर के बगल में एक पहाड़ी पर एक नया सशस्त्र शिविर भी स्थापित किया।
July 26, 2021
Government of Assam's Press Statement on Mizoram Issue. pic.twitter.com/DW04yLHjF1
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 26, 2021
दरअसल असम के बराक घाटी के जिले- कछार, करीमगंज और हैलाकांडी, मिजोरम के तीन जिलों- आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ 164 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं। एक क्षेत्रीय विवाद के दौरान अगस्त 2020 और फरवरी में भी अंतर-राज्यीय सीमा पर झड़पें हुईं थीं। असम और मिजोररम दोनों पहाड़ी इलाके हैं। पहाड़ी इलाकों में खेती करने के लिए जमीन बेहद कम होती है। इसलिए स्थानीय लोगों के बीच खेती की जमीन के छोटे से टुकड़े के लिए विवाद होता रहता है। ताजा विवाद उस वक्त बढ़ गया, जब असम पुलिस ने अपनी सीमा पर मिजोरम के लोगों को खेती करने से रोका और उनको वहां से खदेड़ दिया।
मिजोरम के पुलिस महानिरीक्षक (उत्तरी रेंज) लालबियाकथांगा खियांगते ने बताया कि विवादित क्षेत्र में ऐटलांग नदी के पास कम से कम आठ झोपड़ियों में रविवार की रात साढ़े 11 बजे आग लगा दी गई। इन झोपड़ियों में कोई नहीं था. ये झोपड़ी असम के नजदीकी सीमावर्ती गांव वायरेंगटे के किसानों की हैं। सूत्रों ने बताया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा के साथ टेलीफोन पर अलग-अलग बातचीत के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे अंतरराज्यीय सीमा पर शांति बनाए रखने को कहा। गृह मंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि सीमा विवाद को आपसी सहमति से हल करें। दोनों मुख्यमंत्रियों ने गृह मंत्री को आश्वासन दिया है कि शांति सुनिश्चित करने और सीमा मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।