साउथ अफ्रीका के स्टार खिलाड़ी Quinton de Kock अचानक क्यों लिया संन्यास, क्या हार ने तोड़ा दिल?
मुंबई – साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक (Quinton de Kock) ने टेस्ट क्रिकेट से अपने संन्यास का ऐलान कर दिया है. 29 वर्षीय डिकॉक ने सेंचुरियन टेस्ट में भारत से साउथ अफ्रीका की हार के बाद यह ऐलान कर सभी को हैरान कर दिया. भारत ने सेंचुरियन में मेजबान टीम को 113 रन से शिकस्त देकर 3 टेस्ट की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है.
BREAKING: #Proteas wicket-keeper batsman, Quinton de Kock has announced his retirement from Test cricket with immediate effect, citing his intentions to spend more time with his growing family.
Full statement: https://t.co/Tssys5FJMI pic.twitter.com/kVO8d1e0Ex
— Cricket South Africa (@OfficialCSA) December 30, 2021
डिकॉक के परिवार में इस सप्ताह एक नया मेहमान आने वाला है. वह परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना चाहते हैं इसलिए उन्होंने लाल गेंद फॉर्मेट से अलविदा कहने का फैसला ले लिया. इससे पहले खबर थी कि डिकॉक अपने पहले बच्चे के जन्म के समय पत्नी साशा के साथ रहना चाहते हैं इसलिए वह भारत के खिलाफ दूसरा और तीसरा टेस्ट नहीं खेल पाएंगे.
इस लेफ्टहैंडर बल्लेबाज ने साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था. इसके बाद से उन्होंने अब कुल 54 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उनके नाम 38.82 के औसत से कुल 3330 रन हैं. इस दौरान उन्होंने 6 शतक और 22 अर्धशतक भी अपने नाम किए हैं. इस बेहतरीन खिलाड़ी ने विकेट के पीछे कुल 232 शिकार किए, जिनमें 221 कैच और 11 स्टंप शामिल हैं.
अपने टेस्ट करियर से रिटायरमेंट की घोषणा करने वाले डिकॉक ने कहा, ‘यह ऐसा निर्णय नहीं था, जिस पर मैं बहुत आसानी से पहुंच गया. मैंने इस बात पर बहुत सोचा कि इस फैसले से मेरा भविष्य कैसा होगा और मेरी जिंदगी में क्या प्राथमिकता में है. अब मैं और मेरी पत्नी साशा अपनी पहली संतान को इस दुनिया में ला रहे हैं और अब हम अपने परिवार को आगे बढ़ाना चाहते हैं. मेरे लिए मेरा परिवार सबकुछ है और मुझे उसके पास होने के लिए समय चाहिए.’
इस खिलाड़ी ने कहा, ‘मैं टेस्ट क्रिकेट को प्यार करता हूं और अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर मुझे गर्व है और इस सबके साथ मैंने सभी उतार-चढ़ाव का लुत्फ लिया. लेकिन अब मुझे कुछ ऐसा मिल गया है, जिसे मैं और भी ज्यादा चाहता हूं.’ डिकॉक ने भारत के खिलाफ खेले सेंचुरियन टेस्ट में विकेट के पीछे कुल 7 शिकार किए, जबकि बल्ले से उन्होंने 34 और 21 रनों का योगदान दिया.