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कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट : पूरी दुनिया में मची हलचल, जाने लक्षण से लेकर टेस्ट तक


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नई दिल्ली – कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के सामने आने से पूरी दुनिया में हलचल मच गई है। ओमिक्रॉन नाम का यह वेरिएंट पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था। इस नए वेरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चिंता जाहिर की है। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाली फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। एक बार फिर से इस नए वेरिएंट ने दुनियाभर में डर पैदा कर दिया है।

ओमिक्रॉन वेरिएंट के पहले मामले की पुष्टि 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में हुई थी और पहला ज्ञात संक्रमण 9 नवंबर को एकत्र किए गए नमूने से मिला था। कई देश ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकने के लिए हाथ-पांव मार रहे हैं और दक्षिण अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है, यहां तक ​​​​कि शेयर बाजार और तेल की कीमतें भी पर गिर गईं, संभावित रूप से वैश्विक आर्थिक सुधार को भारी झटका लगा है।

ओमीक्रॉन को WHO ने बताया ‘चिंताजनक वेरिएंट’
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक समिति ने कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट को ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है और इसे ‘बेहद संक्रामक चिंताजनक वेरिएंट’ करार दिया है. कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट के सामने आने के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, रूस और कई अन्य देशों के साथ यूरोपीय संघ ने अफ्रीकी देशों से लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है.

क्या है लक्षण?
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान (एनआईसीडी) ने कहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने पर कोई असामान्य लक्षण नहीं बताया गया है।” एनआईसीडी ने यह भी कहा कि डेल्टा की तरह ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए कुछ लोग भी एसिम्टोमेटिक थे यानी उनमें कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए थे। WHO के अनुसार, वर्तमान SARS-CoV-2 PCR इस वेरिएंट की पहचान करने में सक्षण है। इस नए वेरिएंट को देखते हुए भारत भी सतर्क हो गया है मुंबई में दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन में रहना होगा और टेस्ट कराना होगा।

क्या है नया वेरिएंट?
जानकारी के मुताबिक ओमिक्रॉन वेरिएंट में कई स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन हैं और काफी ज्यादा संक्रामक है। कोरोना महामारी के अब तक कई वेरिएंट सामने आ चुके हैं। वैज्ञानिक भी नए वेरिएंट्स पर नजर लगाए हुए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यह वेरिएंट इम्यूनिटी को तेजी से मात देने में कुशल है और यह अभी तक का सबसे ज्यादा खतरनाक वेरिएंट बताया जा रहा है।

32 बार म्यूटेट हो चुका ‘ओमीक्रॉन वेरिएंट’
वैज्ञानिक ने ओमीक्रॉन वेरिएंट से तीसरी लहर की उत्पत्ति का अंदेशा जताया है. इसकी वजह यह भी है क्योंकि यह वेरिएंट डेल्टा से 7 गुना ज्यादा तेजी से फैल रहा है. इतना ही नहीं, लोगों से लोगों में इसके संक्रमण का प्रसार भी डेल्टा (Delta Variant) के मुकाबले ज्यादा है. जानकारी के मुताबिक, पहचाने जाने से पहले ही यह वेरिएंट 32 बार म्यूटेट हो चुका है. भारत में फिलहाल इस वेरिएंट का कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है. हालाकि एहतियात के तौर पर सिंगापुर समेत 13 देशों से आने वाले सभी पैसेंजर्स की गहन जांच की जाएगी.

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