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Breaking: सूरत के GIDC पांडेसरा की मिल में लगी भीषण आग


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गुजरात – सूरत के औद्योगिक क्षेत्र पांडेसरा से बहोत बड़ी खबर सामने आ रही है। सूरत के GIDC पांडेसरा के एक मिल में भीषण आग लग गई। आग बुझाने के लिए दमकल विभाग की 15 गाड़ियां मौके पर मौजूद है। जो आग बुझाने के लिए संभव कोशिश कर रही है।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पांडेसरा जीआईडीसी की राणी सती डाइंग मिल में आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 15 से अधिक गाड़ियां मौके पर है और आला अधिकारी पहुंच गए है। डाईंग प्रीटिंग के अंदर अचानक आग लग गई और पूरी मिल को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी भीषण है कि इसका धुंआ दो किलोमीटर दूर से देखा जा सकता है। आग के कारण दो किलोमीटर तक धुंआ दिखायी दे रहा है। फिलहाल दमकल के जवान फॉर्मयुक्त पानी की ब्यौछार करके आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे है।

डाइंग प्रीटिंग के अंदर जो केमिकल और यार्न का उपयोग होता है वह पेट्रोलियम उत्पादों से बने होते हैं और अत्यधिक ज्वलनशील होते हैं। इस पदार्थ को सादे पानी से नियंत्रित करना बहुत मुश्किल होता जा रहा है इसलिए दमकल विभाग द्वारा फॉर्मयुक्त पानी की ब्यौछार कर आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। शहर के विभिन्न फायर स्टेशनों से गाडिय़ां भी भेजे गए हैं। कंपनी ने धीरे-धीरे यार्न और अन्य वस्तुओं को बाहर निकालना करना शुरू कर दिया। पांडेसरा जीआईडीसी के अंदर भीषण आग लगने के साथ ही आसपास के कारखानों से बड़ी संख्या में श्रमिकों का जमावड़ा लग गया। अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आग के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। दमकल विभाग ने हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म वाली गाड़ी से आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी है।

बता दे की सूरत में आग लगने की घटना पहली बार नहीं है। इससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी है। सूरत में एक अवैध ढांचे में आग लगने के कारण 22 विद्यार्थियों की मौत हो जाने के बाद गुजरात सरकार ने  राज्य मे 9,000 से अधिक संपत्तियों के बिल्डरों से अग्नि सुरक्षा के उपकरण स्थापित करने को कहा था। इनमें से 1,100 संपत्तियां सूरत में है। सूरत के सरथना इलाके में स्थित तीन मंजिला इमारत तक्षशिला की छत पर चौथी मंजिल के रूप में बने एक ढाचे में चल रहे एक कोचिंग सेंटर में पढ़ रहे 22 विद्यार्थियों की जान चली गई थी। इन विद्यार्थियों की उम्र 14 से 17 साल थी।

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