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कवि कुमार विश्वास ने PM मोदी की तारीफो के बांधे पूल ,कही ये बात

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (5 फरवरी) को संसद के निचले सदन यानी लोकसभा में भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर जमकर हमला किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोलते हुए पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी पर भारतीयों को अपमानित करने का आरोप लगाया. पीएम ने कई और मुद्दों पर बात की.

कुमार विश्वास ने की थी PM मोदी की तारीफ

सोमवार को पीएम मोदी ने संसद में भाषण दिया था. वहीं, पीएम के इस भाषण की चर्चा खूब हो रही है. कई लोग इसकी जमकर तारीफ कर रहे हैं. कुमार विश्वास ने पीएम के इस भाषण की तारीफ की. उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘संसद में आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का भाषण किसी सफल राजनेता का अपने राजनैतिक विचार के प्रकटीकरण का शानदार उदाहरण था. गुजराती भाषी होकर भी, संसद से लेकर देश भर की सभाओं तक सरल-सहज हिंदी में वे जिस प्रकार अपनी वैचारिकी की स्पष्ट रेखा खींच कर दोनों पक्षों को सम्मिलित कर लेते हैं, वह राजनीति में काम कर रहे सभी लोगों के लिए सीखने लायक है.’ इसके ट्वीट के बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं कि कुमार विश्वास को भाजपा अपने कोटे से राज्यसभा भेज सकती है.

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी की तारीफ

दूसरी ओर बीजेपी की लगातार प्रशंसा करने वाले कांग्रेस के आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी इस भाषण की तारीफ की है. उन्होंने कुमार विश्वास की ओर से पीएम मोदी की तारीफ में लिखे पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए लिखा, “महान कृतित्व-विराट व्यक्तित्व.” इस तारीफ से उनके बीजेपी में जाने की चर्चा और तेज हो गई है. दो दिन पहले ही इन्होंने राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी.

नेहरू और इंदिरा गांधी की आलोचना की

पीएम मोदी ने अपने भाषण में नेहरू की उस बात की याद दिलाई जिसमें उन्होंने लोगों को आलसी कहा था. पीएम मोदी ने कहा, देश के प्रथम प्रधानमंत्री (नेहरू) ने दिल्ली के लाल किले से कहा था कि हिंदुस्तान में काफी मेहनत की आदत आमतौर पर नहीं है. हिंदुस्तानी इतना काम नहीं करते जितना कि यूरोप, चीन और जापान में लोग करते हैं. ये न समझिए ये देश जादू से खुशहाल हुए हैं, ‌वे मेहनत और अक्ल से हुए हैं. पंडित नेहरू भारतीयों को आलसी समझते थे. उनके बाद इंदिरा गांधी ने भी भारतीयों को यही समझा.

किस-किस के नाम की चर्चा

यूपी भाजपा ने केंद्र को 37 नामों का पैनल भेजा है, इनमें से 7 नामों पर पर मुहर लगनी है, जो इस बार भाजपा की ओर से राज्यसभा जाएंगे. पैनल में कुमार विश्वास के अलावा, सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) का नाम भी बताया जा रहा है. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी वर्तमान में भी राज्यसभा के सांसद हैं. सुधांशु त्रिवेदी भाजपा के तेज-तर्रार प्रवक्ताओं में से एक हैं. मुलायम परिवार की बहू और भाजपा की नेता अपर्णा यादव के (Aparna Yadav) नाम की चर्चा भी तेज है. माना जा रहा है कि अपर्णा को राज्यसभा भेजकर भाजपा सपा के यादव वोट बैंक पर बड़ी सेंध लगा सकती है. पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) भी राज्यसभा भेजे जा सकते हैं.

राज्यसभा में भेजे जाने वाले सात उम्मीदवारों की सूची तैयार

उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटें खाली हो रही हैं। इन 10 सीटों में 7 सीटें भारतीय जनता पार्टी के पाले में हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी द्वारा इन सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार की जा रही है। बताया जा रहा है कि यूपी बीजेपी द्वारा राज्यसभा के साथ सीटों के लिए प्रत्याशियों के चयन हेतु 35 लोगों का एक पैनल तैयार किया गया है। ऐसे में पैनल में से राज्यसभा में भेजे जाने वाले सात उम्मीदवारों की सूची तैयार की जा रही है। बताया जा रहा है कि तैयार की गई सूची में कवि कुमार विश्वास का भी नाम है। कवि कुमार विश्वास का नाम शामिल होने के चलते उनके प्रशंसक काफी उत्साहित हैं।

कवि कुमार विश्वास गाजियाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं

हालांकि अंदरखाने में यह भी चर्चा चल रही है कि कवि कुमार विश्वास गाजियाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। अब ऐसे में कवि कुमार विश्वास गाजियाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं या फिर उन्हें राज्यसभा भेजा जाएगा इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में 10 राज्यसभा सीटें खाली होने वाली हैं। 10 सीटों में 7 सीटें भारतीय जनता पार्टी के पास हैं जबकि 3 सीटें समाजवादी पार्टी के खाते में जाएंगी। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्यसभा भेजे जाने वाले उम्मीदवारों के नाम चयन की सूची तैयार की जा रही है। इस बारे में वाराणसी के भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्य समिति सदस्य और कुमार विश्वास के करीबी माने जाने वाले अजय मिश्रा से बात की गई। अजय मिश्रा द्वारा बताया गया कि भारतीय जनता पार्टी हाई कमान द्वारा ही सूची तैयार की गई है। यदि कवि कुमार विश्वास को राज्यसभा भेजा जाता है तो यह काफी खुशी की बात है।

यूपी में राज्यसभा का गणित समझें

उत्तर प्रदेश में 27 फरवरी को 10 राज्यसभा सीटों का चुनाव होना है. इनमें से 7 पर भाजपा मजबूत मानी जा रही है, जबकि 2 पर समाजवादी पार्टी के पास बहुमत है. एक सीट के लिए भाजपा और सपा के बीच मुकाबला देखने को मिल सकता है.

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