Delhi में इमर्जेन्सी! खुद को कैसे रखें सुरक्षित? काम आएंगे ये 5 उपाय
दिल्ली – प्रदूषण के मामले में नोएडा ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. दिल्ली एनसीआर के इलाकों में अगर गुरुग्राम, दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा के बीच तुलना करें तो नोएडा (Delhi-NCR Air Pollution) की हवा इस वक्त सबसे ज़्यादा प्रदूषित है. नोएडा का AQI 750 के पार पहुंच गया है, सुबह 4:00 बजे 772 दर्ज किया गया. रविवार को ये आंकड़ा 800 के पार भी जा सकता है।
यानि की अब दिल्ली में एक बार फिर सांस लेना मुश्किल हो रहा है. शनिवार सुबह शहर में दिल्ली की हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में थी. कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण पहले ही सीमित हो चुकी दिल्लीवासियों की जीवनशैली और रफ्तार को वायु प्रदूषण (Air Pollution) ने और धीमा कर दिया है. ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) की उप समिति ने कहा है कि 18 नवंबर तक मौसम से जुड़ी स्थिति प्रतिकूल रहेंगी. साथ ही संबंधित एजेंसियों को ‘इमरजेंसी’ कैटेगरी के तहत उपाय करने लिए कहा गया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने लोगों को घरों से बाहर जाने से बचने की शुक्रवार को सलाह दी और सरकारी और निजी कार्यालयों को राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर वायु प्रदूषण के कारण वाहनों के उपयोग को 30 प्रतिशत तक कम करने का निर्देश दिया. सीपीसीबी ने कहा, ‘सरकारी और निजी कार्यालयों और अन्य प्रतिष्ठानों को सलाह दी जाती है कि वे वाहन के उपयोग को कम से कम 30 प्रतिशत (घर से काम करके, कार-पूलिंग, बाहरी गतिविधियों को सीमित करके, आदि) तक कम करें.’