गाजा युद्धविराम पर अमेरिका ने यूएन में नहीं लगाया वीटो,इजरायल-अमेरिका की दोस्ती में दरार
नई दिल्लीः संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा में तत्काल युद्धविराम का आह्वान करने वाले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, अमेरिका इस वोटिंग से दूर रहा। इस पर अमेरिका के वीटो का इस्तेमाल ना करने की वजह से इजरायल भड़क गया है। इजरायल ने बाइडेन प्रशासन के साथ प्रस्तावित उच्च-स्तरीय बैठकों से हटने का फैसला लिया है। अमेरिका के कदम से इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निराश होने की बात सामने आई है। दो इजराइली अधिकारियों ने कहा कि मतदान में अनुपस्थित रहने के अमेरिका के फैसले ने इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को अपने दो शीर्ष सलाहकारों की अमेरिका की निर्धारित यात्रा रद्द करने के लिए प्रेरित किया है।
गाजा युद्धविराम पर अमेरिका ने यूएन में नहीं लगाया वीटो
गाजा के मामले पर तीन अलग-अलग मौकों पर अमेरिका ने युद्धविराम के लिए लाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों को विफल करने के लिए अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल किया था। सोमवार को ऐसा ना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने युद्धविराम प्रस्ताव को वीटो नहीं करने का फैसला किया, इसके बजाय वोटिंग से दूर रहकर प्रस्ताव को पारित होने दिया।
इजरायल-अमेरिका की दोस्ती में खटास!
वाशिंगटन के रुख में बदलाव के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तीखी प्रतिक्रिया दी। नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान जारी कर वाशिंगटन पर इजरायल के युद्ध प्रयासों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। नेतन्याहू के फैसले पर व्हाइट हाउस ने कहा कि यह बहुत निराशाजनक है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि हम इस बात से बहुत निराश हैं कि इजरायल का प्रतिनिधिमंडल वाशिंगटन नहीं आ रहा है।
अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं
किर्बी ने कहा कि वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी बंधकों, मानवीय सहायता और दक्षिणी गाजा शहर राफा में नागरिकों की सुरक्षा सहित मुद्दों पर इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट के साथ अलग से बातचीत के लिए मिलेंगे। गैलेंट इस समय वाशिंगटन में ही हैं। किर्बी ने इस बात पर भी जोर दिया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के मतदान से दूर रहने के फैसले के बावजूद अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है।
इजरायली डेलीगेशन का वॉशिंगटन दौरा रद्द
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिका का सहयोग नहीं मिलने से पीएम बेंजामिन नेतन्याहू बहुत निराश हैं. वहां के 2 शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि अमेरिका के वीटो नहीं इस्तेमाल करने की वजह से नेतन्याहू ने अमेरिका की निर्धारित यात्रा को रद्द करने का फैसला लिया है. नेतन्याहू के कार्यालय की तरफ से जारी किए गए बयान में बताया गया है कि इजरायल के युद्ध प्रयासों को वाशिंगटन ने नुकसान पहुंचाया है. व्हाइट हाउस की तरफ से भी इस मनमुटाव पर बयान आया है. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी का कहना कि हम बहुत निराश हैं कि इजरायल का प्रतिनिधिमंडल वाशिंगटन नहीं आ रहा है.
जारी लड़ाई की वजह से गाजा के हालात बेहद खराब
बता दें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में तत्काल युद्धविराम के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है. अहम फैसले के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच अब जल्द ही युद्ध समाप्त हो सकता है. जारी लड़ाई की वजह से गाजा के हालात बेहद खराब हो गए हैं. मौजूदा समय में वहां पर भुखमरी जैसे हालात हैं.