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टेक्नोलॉजी

Emergency Alert Message: मोबाइल पर मिले आपदा का मैसेज तो रखें धैर्य,सुरक्षा के लिए किया जा रहा ट्रायल


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नई दिल्लीः फोन में अचानक तेज बजी घंटी के बाद हर कोई सतर्क हो गया है। फोन पर भेजा गया यह अलर्ट एक इमरजेंसी टेस्ट अलर्ट था। यह अलर्ट भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया है। इस अलर्ट को सैंपल टेस्टिंग कहा जा सकता है।दूरसंचार विभाग आज एक आपातकालीन मैसेज भेजेगा, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक ट्रायल मेसेज होगा, जो विभाग द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से आपदा के समय पर चेतावनी जारी करने से लिए तैयार किए गए सेल ब्राडकास्ट अलर्ट सिस्टम के परीक्षण के तहत भेजा जाएगा।

बार-बार क्यों बज रहा है फोन

फोन का अचानक तेज आवाज के साथ बजना आपको एक पल के लिए डरा सकता है। हालांकि, आपको डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। यह अलर्ट पूरे भारत में जारी किया गया है।

अत्याधुनिक तकनीक

क्या आपके स्मार्टफोन में भी तेज घंटी बजी है। अगर हां तो ये जानकारी आपके काम की हो सकती है। आज भारत सरकार की ओर से 11 बज कर 40 मिनट पर मोबाइल में एक अलर्ट जारी किया गया है।यह किसी आपाताकाल का संकेत नहीं होगा। दूरसंचार विभाग निदेशक प्रौद्योगिकी डीके गुप्ता ने बताया कि सेल ब्राडकास्ट अलर्ट सिस्टम एक अत्याधुनिक तकनीक है। केवल इसका परीक्षण किया जा रहा है।दरअसल सरकार भूकंप, सुनामी और बाढ़ जैसी आपदाओं के लिए बेहतर तैयारी के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ काम कर रही है. ऐसे में ये परीक्षण मोबाइल ऑपरेटरों और सेल प्रसारण प्रणालियों की आपातकालीन चेतावनी प्रसारण क्षमताओं की दक्षता और प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए समय-समय पर विभिन्न राज्‍यों में किए जा रहे हैं.

अगस्त से अब तक कुल 6 बार आ चुका अलर्ट

दरअसल, यह पहली बार नहीं है, जब इस तरह का अलर्ट एक साथ सभी फोन में भेजा गया है। पहली बार अगस्त में भी इस तरह का अलर्ट भेजा गया था। वहीं अब तक यह 6वीं बार है, जब ऐसा अलर्ट भेजा गया है।

सुरक्षा के लिए किया जा रहा ट्रायल

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सरकार अगले 6-8 महीनों में सेल ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी-आधारित आपदा चेतावनी प्रणाली शुरू करने की योजना बना रही है. इस कड़ी में तमाम राज्‍यों में इसके लिए परीक्षण किए जा रहे हैं. बिहार में आज इसका परीक्षण किया जाएगा. इसके बाद 10 अक्‍टूबर को उत्‍तर प्रदेश में, 12 अक्‍टूबर को कर्नाटक में और 16 अक्‍टूबर को गुजरात में परीक्षण होगा.

इस अलर्ट को भेजने के पीछे सरकार का उद्देश्य

दरअसल, इस तरह के अलर्ट को एक साथ फोन में भेजा जा रहा है ताकि, देश में किसी एमरजेंसी की स्थिति में सब को एक साथ सूचित किया जा सके। यह अलर्ट भारतीय दूरसंचार विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से भेजा जा रहा है।बता दें कि सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम एक अत्याधुनिक तकनीक है, जो बाढ़, भूकंप, सुनामी जैसी महत्वपूर्ण आपातकालीन जानकारी को ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों तक पहुंचाने का काम करता है, ताकि समय रहते सुरक्षा के कदम उठाए जा सकें. सरकारी एजेंसियां ​​और आपातकालीन सेवाएं जनता को संभावित खतरों की सूचना देने और गंभीर परिस्थितियों के दौरान महत्वपूर्ण अपडेट प्रदान करने के लिए सेल ब्रॉडकास्ट का उपयोग करती हैं.

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