आख़िरकार अफगानिस्तान के पंजशीर घाटी पर भी तालिबान ने कर लिया कब्जा!
पंजशीर – अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के गठन के ऐलान से एक दिन पहले शुक्रवार को तालिबान ने दावा किया है कि उसने पंजशीर (Panjshir) पर भी कब्जा कर लिया है। तालिबान सूत्रों के हवालों से कहा गया है कि तालिबान ने अब पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा करने का दावा किया है। तालिबान ने कहा कि अब पंजशीर हमारे नियंत्रण में है। पंजशीर पर कब्जे के बाद काबुल में तालिबानी लड़ाकों ने खुशी जताते हुए आसमान में फायरिंग भी की।
"Taliban forces have taken full control of Afghanistan including the Panjshir valley where opposition forces had been holding out," Reuters quoted Taliban sources as saying pic.twitter.com/EVWI6H0fhW
— ANI (@ANI) September 3, 2021
वहीं एक तालिबानी कमांडर ने कहा कि अल्लाह की कृपा से अब हमारा पूरा अफगानिस्तान में नियंत्रण हो गया है। परेशानियां पैदा करने वालों को हमने हरा दिया है और अब पंजशीर में हमारे नियंत्रण में है। हालांकि पंजशीर पर तालिबान के दावे की आधारिक पुष्टि होना बाकी है। बता दें कि सरकार के गठन से संबंधी घोषणा शुक्रवार को की जानी थी लेकिन तालिबान के प्रवक्ता ज़बीउल्लाह मुजाहिद ने बताया कि अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन को एक दिन के लिए टाल दिया गया। मुजाहिद ने कहा कि नई सरकार के गठन की घोषणा शनिवार को की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि कतर की राजधानी दोहा में स्थित तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के अध्यक्ष मुल्ला अब्दुल गनी बरादर तालिबान की सरकार के प्रमुख हो सकते हैं।
इस बीच अफगानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने उनके देश छोड़ने की खबर को खारिज करते हुए कहा कि ये खबर झूठी है। इसके अलावा उन्होंने पंजशीर घाटी पर तालिबान के कब्जे की भी पुष्टि नहीं की है। अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट कर कहा कि प्रतिरोध जारी है और जारी रहेगा। मैं यहां अपनी मिट्टी के साथ हूं, अपनी मिट्टी के लिए और इसकी गरिमा की रक्षा के लिए खड़ा हूं।
The RESISTANCE is continuing and will continue. I am here with my soil, for my soil & defending its dignity. https://t.co/FaKmUGB1mq
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) September 3, 2021
पंजशीर को कब्जाने के हर प्रयास अब तक विफल साबित हुए हैं। अमेरिका ने जब अफगानिस्तान पर बमबारी की थी, तब भी इस घाटी की आन, बान और शान में एक खरोंच तक नहीं आई थी। हालांकि इस घाटी में बिजली और पानी की सप्लाई नहीं हो पाती। लोग जनरेटर चलाकर अपना गुजर बसर करते हैं।