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भारत

बिहार के सुपौल में पुल हादसे में एक मजदूर की मौत,पुल का स्‍लैब गिरने से हुआ हादसा

नई दिल्ली – बिहार दिवस की अगली सुबह बिहार के सुपौल से बदहाली की एक और तस्वीर सामने आई है. बिहार के भेजा-बकौर के बीच मरीचा के पास एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा टूट कर गिर गया है.इस भयानक हादसे में कई लोगों के घायल होने और एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है.सुपौल के डीएम कौशल कुमार ने बताया, “भेजा-बकौर के बीच मरीचा के पास एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से एक की मौत हो गई और नौ घायल हो गए.

महत्वपूर्ण पुल

बकौर भेजा पुल को ट्रांस रेल लाइटिंग प्राइवेट लिमिटेड बना रही है. यह प्रोजेक्ट 5 पैकेजों में बन रहा है. इन्हीं में से एक पैकेज में इस पुल का निर्माण शामिल है. सामरिक दृष्टिकोण से भी यह पुल बहुत अहम है. नेपाल, बांग्लादेश और भूटान के साथ उत्तर-पूर्व के राज्य इससे जुड़ जाएंगे. बागडोगरा एयरपोर्ट पर भी आने-जाने में काफी आसानी होगी. दो लेन पुल एनएच 527 ए पर मधुबनी के भेजा और सुपौल के बकौर के बीच करीब 13.3 किमी की लंबाई में इस पुल का निर्माण हो रहा है.

कोसी नदी पर निर्माणाधीन उक्त पुल

सुपौल जिला के बकौर से मधुबनी जिले के भेजा के बीच कोसी नदी पर निर्माणाधीन उक्त पुल का एक हिस्सा मरीचा के पास गिर गया. एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) वाई बी सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “आज एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी जब बिहार के मधुबनी और सुपौल जिलों में भेजा और बकौर के बीच पुल का एक निर्माणाधीन स्पैन (पियर नंबर 153-154) ढह गया. उपलब्ध रिपोर्ट के अनुसार, घटना में कुल 10 मजदूर फंसे हुए थे और सभी को बचा लिया गया है. दुर्भाग्य से, अस्पताल ले जाते समय एक व्यक्ति की मौत हो गई और अन्य 9 मामूली चोटों के कारण खतरे से बाहर हैं.”सिंह ने कहा, “मृतकों के साथ-साथ घायल पीड़ितों के लिए पर्याप्त मुआवजे की व्यवस्था की जा रही है. दुर्घटना के कारण का आकलन करने और आवश्यक उपचारात्मक उपाय करने के लिए विशेषज्ञों को घटना के बारे में जानकारी दी गई है. एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी मामले पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.”

होगी उच्च स्तरीय जांच- नीरज कुमार बबलू

घटना में घायल असम के रहने वाले मजदूर रुद्र सिंह का कहना है कि वहां नाईट शिफ्ट में कुल 16 मजदूर काम कर रहे थे हादसे के बाद 1 की मौत हो गयी और 10 मजदूर घायल हो गए और शेष मजदूर कैंप में सुरक्षित हैं. बहरहाल, डीएम ने बताया कि इस मामलें को 3 लोगों की उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित हो गई है जो पूरे मामले की जांच करेगी. घटना के बाद बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार बबलू मौके पर पहुंच कर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कही. उन्होने कहा कि ये योजना केंन्द्र सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है और भारत में किसी भी नदी पर बनने वाला सबसे बड़ा पुल है.बहरहाल, घटना वाले गार्टर सेंगमेंट के नीचे कोई भी मजदूर नहीं दबा है, लेकिन इस घटना ने बड़ा सवाल जरूर खड़ा कर दिया है कि बिहार में बन रहे पुलों पर ही ऐसी घटनाएं क्यों सामने आ रही है?

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