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अयोध्या में चंदन टीका लगाने वाले बच्चे का इंटरनेट पर वायरल हुआ वीडियो ,देख हो जाएंगे हैरान


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नई दिल्लीः अयोध्या (Ayodhya) मंदिर परिसर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. यह वीडियो एक छोटे बच्चे का है, जो मंदिर में आने वाले लोगों को चंदन और सिंदूर का टीका लगाता है. रास्ते में एक शख्स उससे रुककर बात करने लगता है. और बच्चे से पूछता है, कितना कमा लेते हो? जब बच्चा कुछ नहीं बोलता, तो शख्स आगे पूछता है, सुबह कितने बजे उठते हो ? आगे बच्चा कहता है कि वह 6 बजे उठता है और सुबह के 10 बजे तक सिंदूर लगाने का काम करता है. इसके बाद 8 बजे तक चंदन लगाने का काम करता है. वह अपने पूरे दिन की कमाई भी बताता है. इस पर शख्स कहता है कि तेरी सैलिरी तो डॉक्टर के बराबर है! तो बच्चा थोड़ा मुस्कुराता हुआ वहां से जाते हुए बोलता है- डॉक्टर से कम समझे हो क्या?

‘दिन भर में कमा लेता हूंं 1500 रुपये’,डॉक्टर-इंजीनियर से कम समझे हो क्या?

बच्चा कहता है कि वह सुबह 6 से 10 बजे तक सिंदूर का काम करता है. फिर 8 बजे शाम तक चंदन का टीका लगाने का काम करता है. पूरा हिसाब बताते हुए बच्चा कहता है कि दिन भर में वह 1500 रुपये कमा लेता है. यह सुनकर अमित हैरत में पड़ जाते हैं. फिर कहते हैं, मतलब तेरी सैलरी तो डॉक्टर के बराबर है. इस पर बच्चा जो जवाब देता है वो बड़ा जोरदार है.

अयोध्या में चंदन टीका लगाने वाले बच्चे का इंटरनेट पर वायरल हुआ वीडियो

यह वीडियो इंस्टाग्राम हैंडल @guardians_of_the_cryptoverse से 29 अप्रैल को पोस्ट किया गया था। यह रील इंस्टाग्राम पर छा चुका है, जिसे न्यूज लिखे जाने तक 22.9 मिलियन व्यूज और 13 लाख लाइक्स मिल चुके हैं। इतना ही नहीं इस वीडियो पर हजारों ने प्रतिक्रिया भी दी है।

सड़कछाप गोलू में अधिक उसका आत्मविश्वास, स्वैग और स्वतंत्रता की भावना

शख्स ने पोस्ट में आगे लिखा- अयोध्या के गोलू भारत के ज्यादातर पेशेवरों से अधिक कमाते हैं. लेकिन उससे भी अधिक उसका आत्मविश्वास, स्वैग और स्वतंत्रता की भावना जो किसी भी चीज़ से परे है. गोलू में वो सड़कछाप चतुराई है जिसे ढूंढने के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियां IIM जैसे बिजनेस स्कूलों में जाती हैं. लेकिन, असल में भारत की गली-कूचों में ऐसे अनगिनत “गोलू” घूम रहे हैं, जिनमें से हर किसी में वही हौसला और आत्मविश्वास भरा हुआ है. जरा सोचिए कि अगर इन युवा प्रतिभाओं को सही शिक्षा या व्यावसायिक मार्गदर्शन दे दिया जाए! तीस साल आगे बढ़ा कर देखें, तो हो सकता है ये लोग किसी बड़े मैनेजमेंट कॉलेज में क्लासरूम के सामने खड़े होकर लेक्चर्स दे रहे हों.मैं कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के साथ-साथ उन कुछ मेहनती और काबिल भारतीय अफसरों तक पहुंचना चाहता हूं, जिन्हें जानने का मुझे सौभाग्य मिला है. मैं उनसे ये गुजारिश करना चाहता हूं कि वो हमारी सड़कों, मंदिरों और ट्रैफिक लाइट एरियाज में मौजूद संभावनाओं को देखें.

लोगो ने दिए ऐसे रिएक्शन

एक शख्स ने लिखा – जा रही हूं टीका चंदन लेकर गंगा घाट पर। दूसरे ने कहा- मैं गूले के हार्ड वर्क को सैल्यूट करता हूं। इसी तरह लोगों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। बता दें, इसे पोस्ट करते हुए शख्स ने लिखा – अयोध्या के गोलू कमाते हैं भारत के ज्यादातर प्रोफेशनल्स से ज्यादा। मगर उससे भी ज्यादा अहमियत रखता है उनका आत्मविश्वास, स्टाइल और आजादी का जज्बा!

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