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ये 3 भारतीय खिलाड़ी जिन्होंने पिछले 10 साल में खेला सिर्फ 1 वनडे मैच


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नई दिल्ली – पिछले कुछ समय से भारतीय टीम ने एक अलग दबदबा बनाया है जिसके चलते न सिर्फ वनडे, टी20 बल्कि टेस्ट क्रिकेट में भी भारतीय टीम ने अपना परचम लहराया है। इस दौरान भारतीय टीम को जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, ऋषभ पंत, मोहम्मद शमी जैसे कई दिग्गज देखने को मिले तो इस दौरान कई खिलाड़ी ऐसे भी रहे जिनका टीम के साथ सफर काफी छोटा रहा।

साल 2010 के बाद से भारतीय चयनकर्ताओं ने कई युवा खिलाड़ियों को देश के लिये खेलने का मौका दिया हालांकि कई ऐसे खिलाड़ी भी रहे जो एक मैच के बाद दोबारा देश के लिये खेलते हुए नजर नहीं आये।

जयंत यादव – इस लिस्ट में सबसे पहला नाम जयंत यादव का है जिन्होंने नौंवे नंबर पर उतरकर शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलने वाले जयंत यादव ने 29 अक्टूबर 2016 को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना डेब्यू किया था। जयंत यादव ने अपने डेब्यू मैच में एक कैच पकड़ा और 2 विकेट झटकने का काम किया, हालांकि इस खिलाड़ी को वनडे क्रिकेट में अभी तक दोबारा मौका नहीं मिला है।

वहीं अपने अच्छे प्रदर्शन के दम पर जयंत यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत के लिये डेब्यू किया और विराट कोहली के साथ नौंवे पायदान पर बल्लेबाजी करते हुए 8वें विकेट के लिये 241 रनों की साझेदारी की। जयंत यादव ने अपनी इस पारी में 204 गेंदों का सामना किया और 15 चौकों की मदद से 104 रनों की पारी खेली। इसके चलते भारतीय टीम ने इस मैच को पारी और 36 रन से जीत लिया।

परवेज रसूल – इस फेहरिस्त में तीसरा नाम जम्मू-कश्मीर के लिये घरेलू क्रिकेट खेलने वाले परवेज रसूल का है जिन्होंने 15 जून 2014 को बांग्लादेश के खिलाफ अपना इकलौता वनडे मैच खेला। परवेज रसूल एक ऑलराउंडर के रूप में खेलते हैं लेकिन इस मैच में एक गेंदबाज के रूप में शामिल किये गये थे। परवेज रसूल ने 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए 60 रन दिये और 2 विकेट हासिल भी किये लेकिन इसके बाद वह अपने करियर में दोबारा कभी भी भारत के लिये वापसी नहीं कर सके।

नमन ओझा – भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा ने 5 जून 2010 को भारत के लिये अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय वनडे मैच खेला, हालांकि महेंद्र सिंह धोनी के युग में डेब्यू करना नमन ओझा के लिये फायदे के बजाय नुकसान भरा ज्यादा रहा। वह धोनी की मौजूदगी में कभी भी भारतीय टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में जगह नहीं बना सके और अंत में 15 फरवरी 2021 को अपने संन्यास का ऐलान कर दिया।

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