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लाइफस्टाइल

क्या होते हैं अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स?, जानिए इसके नुकसान

नई दिल्लीः कैलोरी से भरपूर अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स काफी लोग खाना पसंद करते हैं. अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में फाइबर की मात्रा कम और चीनी की मात्रा जरूरत से ज्यादा होती है. ऐसी चीजों को खाने से पेट तो भर जाता है, लेकिन वजन भी तेजी से बढ़ने लगता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करना हेल्थ के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक होता है. अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स को कॉस्मेटिक फूड्स के नाम से भी जाना जाता है. जिसमें खाने के नेचुरल तत्व हटा कर उसे कृत्रिम तत्वों में बदल दिया जाता है. जिससे इसके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं. प्रोसेस्ड फूड्स में केक पेस्ट्री, नूडल्स, कैंडी, चिप्स, रेडी टू ईट खाना जैसी चीजें शामिल होती है. जिनका सेवन हम आमतौर पर ज्यादातर कर लेते हैं. जो काफी नुकसानदायक है.

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स क्यों खतरनाक

घर का खाना खाकर ज्यादातर लोग बोर हो जाते हैं. टेस्ट बदलने के चक्कर में अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करना वो सही समझते हैं. लेकिन इससे होने वाले नुकसान को ध्यान में देखते हुए इससे बचने की सलाह दी जाती है, जो काफी हद तक सही भी है.स्टडी के मुताबिक स्नैक्स या शर्करा युक्त कोल्ड ड्रिंक्स मार्केट में आने से पहले कई प्रॉसेस से गुजरते हैं. इन्हें कॉस्मेटिक फूड्स बी कहते हैं. टेस्टी बनाने के लिए इनमें कलर और कई चीजें मिलाई जाती है. इनमें एक्ट्रा शुगर और फैट भी होता है. इसलिए ये सेहत के लिए हानिकारक मानी जाती हैं.

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स से किन बीमारियों का खतरा

अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और आयरलैंड के शोधकर्ताओं की एक टीम के तौर पर पाया है कि हाई अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स खाने से हार्ट डिजीज से जुड़े मौत में 48-53 प्रतिशत ज्यादा जोखिम बढ़ जाता है. इससे स्ट्रेस, मेंटल डिसऑर्डर का खतरा करीब 12 परसेंट तक बढ़ जाता है. BMJ की इस रिसर्च में पाया गया कि ज्यादा अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स खाने से मौत का खतरा 21 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. इन्हें खाने से हार्ट डिजीज से मौत, मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क भी 40-66 परसेंट तक बढ़ता है. नींद और डिप्रेशन की समस्या 22 परसेंट तक ज्यादा हो जाती है.

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड की पहचान कैसे करें

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स उन फूड्स को कहते हैं जिन्हें आमतौर पर घर के किचन में नहीं बनाया जाता है. जैसे- अगर दूध से दही बनाया जाए तो कोई समस्या नहीं है लेकिन अघर किसी बड़ी फैक्ट्री में दूध से दही बनाया जाए और उसे टेस्टी बनाने के लिए कलर, फ्लेवर, शुगर या कॉर्न सिरप डाल दिया जाए तो यह अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड कहलाता है. WHO के अनुसार, कार्बोनेटेड कोल्ड ड्रिंक, मिठाइयां, नमकीन स्नैक्स, रेडी टू ईट मीट, चीज़, पास्ता, पिज़्ज़ा, फ़िश, सॉसेज, कैंडी, पैकेट बंद ब्रेड, बिस्किट, पेस्ट्री, केक, फ्रूट योगर्ट, बर्गर, हॉट डॉग, इन्स्टेंट सूप और इंस्टेंट नूडल्स अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में आते हैं.

डायबिटीज और नींद से जुड़ी समस्याओं का भी खतरा

स्टडी में अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स के अस्थमा और पेट से जुड़ी परेशानियों का कनेक्शन भी सामने आया है। इसके अलावा प्रोसेस्ड फूड्स से भी मौत का जोखिम 21 प्रतिशत तक बढ़ने की बात सामने आई है। यही नहीं, डाइट में प्रोसेस्ड फूड्स पर बढ़ती निर्भरता से टाइप 2 डायबिटीज, मोटापा और नींद से जुड़ी प्रॉब्लम्स में 40 से 66 प्रतिशत तक का इजाफा देखने को मिला है, वहीं इससे डिप्रेशन का रिस्क भी 22 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।

हैरान करने वाली बात आई सामने

स्टडी में इस बात की जानकारी भी सामने आई है कि अमेरिका में आधे से ज्यादा खाना अल्ट्रा प्रोसेस्ड होता है, वहीं अगर युवाओं और गरीब वर्ग के सामान्य भोजन की बात करें, तो इसमें इसकी मात्रा 80 प्रतिशत तक देखने को मिलती है।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में क्या चीजें शामिल होती हैं?इस तरह के खानपान में पैक्ड बेक्ड स्नैक्स, कार्बोनेटिड ड्रिंक्स, खाने में यूज होने वाली पहले से तैयार चीजें शामिल होती हैं। इनके मेकिंग प्रोसेस में रंग, इमल्सीफायर, स्वाद और कई कैमिकल्स मिलाए जाते हैं। ऐसे में इस तरह की चीजों में फैट, शुगर और नमक की मात्रा ज्यादा होती है, वहीं फाइबर और विटामिन्स कम देखने को मिलते हैं।

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स के नुकसान

  • कैलोरी से भरपूर अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स मोटापा बढ़ा सकता है.
  • अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स खाने से दिल की सेहत को खतरा हो सकता है.
  • वैस्कुलर डिजीज और डायबिटिज का खतरा अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स खाने से बढ़ सकता है.
  • अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.
  • अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स से मेटाबोलिज्म सिंड्रोम के साथ सूजन की समस्या बढ़ सकती है.

ये विकल्प हो सकते हैं फायदेमंद

  • बाजार में मिलने वाला मीठा योगर्ट अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में शामिल होता है. इसकी जगह आप ग्रीन योगार्ट का सेवन कर सकते हैं.
  • फ्रोजन पिज्जा खाने के बजाय घर पर बना ताज़ा पिज़्ज़ा खाएं.
  • घर का बना लेमनेड बाहर की कोल्ड्रिंक्स से ज्यादा बेहतर होता है.
  • बाहर मिलने वाले चिप्स और नमकीन की जगह आप ड्राई नट्स या पॉपकॉर्न का सेवन कर सकते हैं.

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