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RBI गवर्नर ने पेटीएम वॉलेट को लेकर दी ये जानकारी,विजय शेखर शर्मा बनेंगे ‘बाजीगर’


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नई दिल्ली – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च 2024 के बाद नए ग्राहकों को स्वीकार करने से रोक दिया है. केंद्रीय बैंक के अनुसार इस डेट के बाद अब किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड कार्ड, पेटीएम वॉलेट, फास्टैग और क्रेडिट लेनदेन स्वीकार करने की अनुमति नहीं होगी.शेष यूजर्स को अपने ऐप को अन्य बैंकों से जोड़ने की सलाह दी गई है। रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक लि. (पीपीबीएल) को किसी भी ग्राहक खाते में जमा या ‘टॉप-अप’ स्वीकार करने से रोक दिया। दास ने कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक से जुड़े वॉलेट को अन्य बैंकों के साथ जोड़ने की समयसीमा 15 मार्च तय की गई है। उन्होंने समयसीमा आगे बढ़ाये जाने की संभावना से इनकार किया। उन्होंने कहा कि 15 मार्च तक का दिया गया समय पर्याप्त है और इसे आगे बढ़ाने की कोई जरूरत नहीं है।

पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा का कहना है कि पेटीएम इस साल में रेग्युलेशन से जुड़ी चिंताओं को दूर कर लेगा और एक बार फिर जबरदस्त वापसी करेगा।उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान एक सबक उन्हें मिला, ” कई बार आपके टीममेट और एडवाइजर बात को सही से नहीं समझ पाते, लेकिन आपके लिए ये महत्वपूर्ण होता है।तब आप क्या करेंगे, खुद से इसकी देखभाल करेंगे या इसे अपने टीममेट के भरोसे छोड़ देंगे।

उन्होंने कहा कि 80-85 प्रतिशत Paytm वॉलेट अन्य बैंकों से जुड़े हुए हैं और शेष 15 प्रतिशत को अन्य बैंकों से जुड़ने की सलाह दी गई है। दास ने कहा कि आरबीआई ने अपने नियमन के दायरे में आने वाली इकाई पीपीबीएल के खिलाफ कार्रवाई की है। इसमें वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियों के खिलाफ कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके उलट आरबीआई वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नवोन्मेष का समर्थन करता है और नये उत्पादों के परीक्षण को लेकर ‘सैंडबॉक्स’ (सीमित दायरे में उत्पादों का ‘लाइव’ परीक्षण) व्यवस्था लेकर आया है। एक समाचार चैनल के साथ विशेष बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘आरबीआई फिनटेक (वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियों) का पूरा समर्थन करता है और करता रहेगा। आरबीआई फिनटेक के विकास के लिए पूरी तरह तैयार है।’’

कॉन्फ्रेंस के दौरान पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने कहा कि एशिया के पास अगली पीढ़ी के लिए एक फाइनेंशियल सिस्टम बनाने का मौका है।अगर वह अपनी जिंदगी में पेटीएम को एशिया की सबसे बड़ी कंपनी बना पाते हैं, तो ऐसा करके उन्हें खुशी होगी।अभी भी पेटीएम पेमेंट्स बैंक में शर्मा की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत है, जबकि बाकी हिस्सेदारी पेटीएम के पास है। वहीं पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस में भी उनके पास लगभग 20 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

महंगाई के बारे में दास ने कहा कि हाल के आंकड़े के अनुसार मुद्रास्फीति 5.1 प्रतिशत रही है जो चार प्रतिशत के लक्ष्य से 1.10 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि हालांकि मुद्रास्फीति का रुख नरमी की ओर है और आरबीआई अब महंगाई को टिकाऊ आधार पर चार प्रतिशत पर लाने के लक्ष्य पर ध्यान दे रहा है।

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