x
भारत

अयोध्या में पहली बार रामनवमी का उत्सव,लाखो भकत करेंगे दर्शन


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली – अयोध्या में रामनवमी की तैयारी पूरी कर ली गई है. प्रभु राम का दरबार रंग बिरंगी लाइटों से जगमग हो रहा है।तो वहीं पूरे परिसर को सुगंधित फूलों से सजाया जा रहा है।इस बार की नवमी बेहद खास होगी क्योंकि प्रभु राम के भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद यह पहली बार नवमी है और पहली बार भव्य महल में प्रभु राम जन्म लेंगे।

अयोध्या में राम मंदिर का पूरा निर्माण कब तक हो जाएगा

अयोध्या में राम मंदिर का पूरा निर्माण कब तक हो जाएगा इसकी तिथि की घोषणा हो गई है। गर्भगृह का काम करीब-करीब पूरा हो गया है। मंदिर के बाकी बचे हिस्सों का काम तेजी से चल रहा है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृर्पेंद्र मिश्र ने सोमवार को राम जन्मभूमि परिसर में रामनवमी मेले की तैयारी बैठक की। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए चल रहे कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने मंदिर के उन हिस्सों को देखा जहां निर्माण कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्य मंदिर के परकोटे में निर्माण के लिए पत्थर की आवश्यकता होगी। ये पत्थर तराशे जा रहे हैं। श्रद्धालुओं के लिए सुविधा केंद्र का कार्य भी जल्द पूरा किया जाएगा। मंदिर का कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। जनवरी 2025 से पूरा मंदिर भक्तों के दर्शन के लिए उपलब्ध होगा।

सुगंधित फूलों सजेगी अयोध्या

दर्शन मार्ग को जहां अत्यधिक लाइटों से जगमग किया जा रहा है तो वहीं सुगंधित फूलों से राम मंदिर जाने वाले सभी प्रवेश द्वार को सजाया जा रहा है 17 अप्रैल को दोपहर 12:00 बजे भव्य मंदिर में प्रभु राम जन्म लेंगे उस दौरान लगभग 50 लाख से ज्यादा राम भक्तों के आने की संभावना है।रामनवमी को लेकर अयोध्या त्रेता युग की तरह नजर आ रहा है।कहा जाता है कि त्रेता युग में जब प्रभु राम जन्म लिए थे तो पूरी अयोध्या मैं ऐसा ही नजारा दिख रहा था जो इस वक्त कलयुग में दिख रहा है।अयोध्या में इस बार की रामनवमी बेहद खास होगी।दरअसल रामनवमी में भगवान सूर्य प्रभु राम का राजतिलक करते नजर आएंगे त्रेता युग में जब प्रभु राम जन्म लिए थे तो भगवान सूर्य एक महीने तक प्रभु राम का दर्शन पूजन कर रहे थे।त्रेता युग के इस दृश्य को अब कलयुग में जीवंत किया जा रहा है।

राम नवमी की तैयारियां पूरी

नृर्पेंद्र मिश्र ने बताया कि रामनवमी के दिन 17 अप्रैल को 12:16 पर सूर्य की किरणें रामलला का अभिषेक 4 से 5 तक मिनट करेंगी। महत्वपूर्ण तकनीकी व्यवस्था की जा रही है, ट्रस्ट मिलकर कार्य कर रहा है। वैज्ञानिक भी जुटे हुए हैं कि वह सफल हों, हम लोग पूरी तरह प्रयासरत हैं। कहा कि रामनवमी मेले की व्यवस्था जिला प्रशासन करता है। जिला प्रशासन के साथ ट्रस्ट के पदाधिकारी भी आश्वस्त हैं कि रामनवमी में जो श्रद्धालु आएंगे उनको सुविधाजनक ढंग से भगवान रामलला के दर्शन होंगे।

Back to top button