पेटीएम पेमेंट बैंक से विजय शेखर शर्मा ने दिया इस्तीफा,अब कैसे बढ़ेगी कंपनी
नई दिल्ली – विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है. वे बैंक के पार्ट टाइम नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन थे. बोर्ड का पुनर्गठन किया गया है. नए बोर्ड में सेंट्रल बैंक के पूर्व चेयरमैन श्रीनिवासन श्रीधर और बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व अधिकारी अशोक कुमार गर्ग के अलावा 2 रिटायर्ड IAS भी शामिल हुए हैं.
पेमेंट बैंक के संस्थापक विजय शेखर शर्मा के इस्तीफे के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) ने अपने निदेशक मंडल का दोबारा गठन करने का फैसला किया है. सोमवार को रेगुलेटरी फाइलिंग में पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) ने बताया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन श्रीनिवासन श्रीधर की नियुक्ति के साथ अपने निदेशक मंडल का पुनर्गठन किया है.
ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी ने पेटीएम पर अंडरपरफॉर्म की रेटिंग को बरकरार रखा है. शेयर पर 275 रुपए का डाउनसाइड टारगेट दिया है, जोकि मौजूदा भाव से करीब 35 फीसदी नीचे है. ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक विजय शेखर शर्मा PPBL के बोर्ड से इस्तीफे के जरिए RBI को बताना चाहते हैं कि कंपनी पर वे नियंत्रण कम करने के लिए तैयार हैं. ऐसे में अगर पेटीएम पेमेंट बैंक पर से रोक हटती है तो यह पेटीएम के लिए मुनाफे का सौदा होगा. FY23 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक PPBL का मुनाफा 2.44 करोड़ रुपए का था. RBI के तरफ से PPBL और PayTM के बीच किसी रिलेटेड पार्टी ट्रांसक्शन की अनुमति की बिलकुल उम्मीद नहीं है.
जब भी कभी किसी कंपनी का चेयरमैन इस्तीफा देता है तो नए बोर्ड का गठन होता है. ऐसे में नए बोर्ड को कंपनी के लिए फैसले लेने का अधिकार मिल जाता है. पीपीबीएल भी भविष्य की नीतियों के लिए नए बोर्ड का गठन करेगा. साथ ही भविष्य का कारोबार नया गठित बोर्ड ही देखेगा. नया गठित बोर्ड पेटीएम को मुसीबतों से निकालने के लिए सोच सकता है. वहीं, 15 मार्च को खत्म हो रही डेडलाइन और पेटीएम पेमेंट्स बैंक के हित में फैसले ले सकता है. 15 मार्च के बाद सेवा को जारी रखने के लिए नया बोर्ड बैंक से लिंक कर सकता है. जिसके लिए अभी पेटीएम इसके लिए 4-5 बैंकों से संपर्क में है.
डिजिटल पेमेंट फर्म पेटीएम ने सोमवार को जानकारी दी कि विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पार्ट-टाइम नॉन-एक्जीक्यूटिव चेयरमैन के रूप में पद छोड़ दिया है. रिटायर्ड आईएएस अधिकारी देबेंद्रनाथ सारंगी, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व कार्यकारी निदेशक अशोक कुमार गर्ग और रिटायर्ड आईएएस रजनी सेखरी सिब्बल को नवगठित बोर्ड में शामिल किया गया है. वे हाल ही में बैंक में स्वतंत्र निदेशक के रूप में शामिल हुए हैं.
पेटीएम को लेकर एक और खबर आ रही है कि फिनटेक कंपनी UPI सेवाओं के लिए 4 बैंकों के साथ करार कर सकती है. इसके तहत UPI के लिए 4 भारतीय बैंक पार्टनर बन सकते हैं. इन बैंकों में AXIS Bank, HDFC Bank, SBI और Yes Bank शामिल हैं. हालांकि, इन बैकों के साथ फिलहाल चर्चा जारी है.