x
विश्व

ब्रह्मोस मिसाइल से चीन को मिलेगा करारा जवाब,चीन को घेरेगा फिलीपींस


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली – भारत के अलावा तमाम दूसरे देश चीन की इस आदत से परेशान हैं। अपनी समुद्री सीमा में चीन की घुसपैठ से निपटने के लिए फिलीपींस ने पिछले साल भारत से ब्रह्मोस का सौदा किया था। जिसमें तीन मिसाइल सिस्टम का सौदा किया गया था और अब फिलीपींस ने उनके ऑपरेशंस की ट्रेनिंग को पूरा कर लिया है। जल्द ही इन मिसाइल सिस्टम की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी और फिर फिलीपींस इन्हें अपनी समुद्री सीमा की रक्षा के लिए चीन के खिलाफ तैनात करेगा।

चीन की हिमाकत से निपटने के लिए फिलीपींस ने अपनी नौसेना को और मजबूत करना शुरू किया है. फिलीपींस ने 3 ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम प्राप्त करने के लिए पिछले साल भारत के साथ 374.96 मिलियन डॉलर का करार किया था. अलगे साल से ब्रह्मोस एंटी शिप सुपरसोनिक मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी भी होनी शुरू हो जाएगी. करार के मुताबिक फिलीपींस की नौसेना को भारत ने इस श्योर बेस्ड एंटी शिप मिसाइल सिस्टम के ऑपरेशन और रखरखाव की ट्रेनिंग भी दी है. इस साल 23 जनवरी से 11 फरवरी तक नागपुर में चली फिलीपींस के 21 नौसैनिकों ने ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम को हैंडल करने की ट्रेनिंग ली. ट्रेनिंग खत्म होने के बाद नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने फिलीपींस के नौसैनिकों को मिसाइल बैज दिए.

फिलीपींस के एक्सक्लूसिव इकोनामिक जोन में पिछले कई सालों से लगातार चीन अपना दावा ठोकता है, इस वक्त भी चीन के कुछ कोस्ट गार्ड वेसल्स फिलीपींस के समुद्री क्षेत्र पर कब्जा जमाए बैठे हैं। चीन लगातार इस इलाके में घुसपैठ करता है, जिससे निपटने के लिए फिलीपींस ने भारत में बनाई गई शक्तिशाली ब्रह्मोस मिसाइल को भारत से खरीदा है। पिछले साल तीन ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम का सौदा करने के बाद फरवरी में ही फिलीपींस के 21 सैनिकों को ब्रह्मोस के शोर बेस्ड वर्जन की ट्रेनिंग दे दी गई है।

भारत की ब्रह्मोस मिसाइल को हैंडल करने के लिए फिलिपिंस के नेवल ऑफिसर्स ने ये ट्रेनिंग नागपुर में ली है। ट्रेनिंग खत्म होने के बाद खुद नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने फिलीपींस नौसेना के नौसैनिकों को मिसाइल बैज भी दिए। इसकी जानकारी फिलीपींस मरीन कोर ने दी। ये मिसाइल टीम फिलीपींस मरीन कोर के कोस्टल डिफ़ेंस रेजिमेंट में ब्रह्मोस को ऑप्रेट करेगी। ब्रह्मोस दुनिया की सबसे ख़तरनाक सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलो में से एक है। इसकी मारक क्षमता 290 किलोमीटर है यानी फिलीपींस के एक्सक्लूसिव इकॉनोमिक ज़ोन जो तट से 200 नॉटिकल मील या 370 किलोमीटर तक का इलाक़ा है।

फिलीपींस का एक्सक्लूसिव इकॉनोमिक जोन, समुद्र तट से 200 नॉटिकल मील यानी की 370 किलोमीटर तक का इलाका है. फिलीपींस की नौसेना ब्रह्मोस मिसाइल से अपने एक्सक्लूसिव इकॉनोमिक जोन के अंदर आने वाले किसी भी चीनी जंगी जहाज को आसानी से निशाना बना सकती है. चीन ने बड़ी तेजी से फिलीपींस के अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाकों में कृत्रिम द्वीपों का निर्माण करना शुरू किया है और इसके अलावा वह फिलीपींस की नौसेना की पेट्रोलिंग में भी अड़ंगा डालता है. इसी महीने की शुरुआत में ही चीनी नौसेना ने दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस के नौसेना की एक चौकी पर आपूर्ति ले जाने वाले जहाज को रोका और उस पर लेजर का इस्तेमाल किया. अगर चीन की घेराबंदी की बात करें तो यह कहना गलत नहीं होगा कि दक्षिण चीन सागर और इसके आसपास के समुद्री इलाके में ड्रैगन के खिलाफ ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का चक्रव्यूह तैयार हो रहा है.

Back to top button