x
कोरोनाभारत

देश में बनी COVID कैप्सूल को जल्द मिलेगी इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली – कोरोना के खिलाफ जंग में देश को एक और हथियार मिल गया है। जिससे अब भारत को काफी हद तक राहत मिल गयी है। अब कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अब कैप्सूल का इस्तेमाल किया जायेगा। दवा निर्माता ऑप्टिमस फार्मा ने गुरुवार को कहा कि उसने कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के लिए मोलनुपिरावीर ओरल कैप्सूल के तीसरे फेज का क्लिनिकल ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।

हालही में दवा निर्माता ऑप्टिमस फार्मा ने कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के लिए मोलनुपिरावीर ओरल कैप्सूल के तीसरे फेज का क्लीनिकल ट्रायल सफलतापूर्वक पूरे करने की घोषणा की। सीएसआईआर के अध्यक्ष डॉ राम विश्वकर्मा ने कहा कि मर्क की एंटीवायरल दवा मोलनुपिरवीर (Molnupiravir) को आने वाले दिनों में आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमति मिल सकती है, फाइजर की एक और गोली पैक्सलोविड (Paxlovid) में कुछ और समय लग सकता है।

ऑप्टिमस फार्मा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डी. श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि ट्रायल के नतीजे काफी अच्छे मिले है। इस दवा के आने के बाद COVID19 के लिए एक अत्याधुनिक और किफायती इलाज का विकल्प उपलब्ध हो सकेगा। यह देश की पहली ऐसी फार्मा कंपनी ने जिसके कोरोना की दवा के तीन फेज के ट्रायल पूरे किए है। देश भर में इस दवा के 29 जगहों पर ट्रायल पूरे किए गए। भारत में फिलहाल कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है। वहीं डीजीसीआई और सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ब तक जॉनसन एंड जॉनसन, मॉडर्ना, स्पूतनिक वी और जाइडस कैडिला की वैक्सीन को अनुमति दी है।

उन्होंने आगे कहा की मोलनुपिरवीर का डेटा ब्रिटेन के रेगुलेटर की मंजूरी से पहले यहां रेगुलेटर के साथ बैठा रहा है। पहले से ही एसईसी इसे देख रहे है और वो अब तेजी से एप्रुवल प्राप्त करेंगे और इसलिए ये कहना सुरक्षित होगा कि अगले एक महीने के भीतर मर्क दवा के लिए एप्रुवल पर फैसला होगा। दवा की कीमत 2000 रुपए से 4000 रुपए के बीच हो सकती है और बाद में कीमत 500 रुपए से 1000 रुपए तक कम हो सकती है। वर्तमान में ज्यादातर COVID19 इलाज के लिए IV या इंजेक्शन की आवश्यकता होती है। मर्क की COVID19 गोली पहले से ही अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन की ओर से मजबूत प्रारंभिक परिणाम दिखाने के बाद समीक्षा के अधीन है। गुरुवार को ब्रिटेन इसे ओके करने वाला पहला देश बन गया। यूके में 18 साल और उससे अधिक उम्र के वयस्कों के लिए गोली को मंजूरी दी गई थी।

Back to top button