‘Fortune’ ब्रांड नाम से बाजार में बिक रहा नकली माल,गौतम अडानी की कंपनी ने दर्ज कराई FIR
नई दिल्लीः गौतम अडानी की कंपनी अडानी विल्मर ने एक कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. कंपनी का आरोप है कि फॉर्च्यून ऑयल ब्रांड के नाम से नकली उत्पाद बेचे जा रहे हैं, जिसमें इस कंपनी का नाम सामने आया है,देश में Fortune ब्रांड से नकली खाद्य तेल बिक रहा था, जिसे लेकर अडानी विल्मर ने यूपी के गौतमबुद्धनगर में पुलिस शिकायत दर्ज कराई है. अदाणी विल्मर की ओर से किए गए नियमित मार्केट सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ। कंपनी की ओर से इसे लेकर उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्धनगर जिले के बादलपुर पोलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। कंपनी फॉर्च्यून ब्रांड के नाम से खाद्य तेलों के साथ दाल चावल और आटा जैसे खाद्य उत्पादों की बिक्री करती है।
खाद्य तेल प्रमुख कंपनी ने नियमित बाजार सर्वेक्षण के दौरान इसका पता लगाया है. अपने एक बयान में कंपनी ने कहा कि नकली उत्पाद बनाकर बेचने के लिए बी2बी प्लेटफॉर्म के खिलाफ एजेंसी के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज की है. एफआईआर उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले के बादलपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है. अडानी विल्मर ने कहा कि जांच अधिकारियों ने बिजनेस टू बिजनेस प्लेटफॉर्म के गोदाम पर छापेमारी की, जिसमें अडानी विल्मर के फॉर्च्यून ऑयल के नाम नकली उत्पादों को जब्त किया गया. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि हम नकली माल के मिलने को लेकर काफी चिंतित हैं। इससे ग्राहकों की स्वास्थ्य को खतरा है। हम इसके सोर्स की पहचान के लिए सरकारी एजेंसियों का सहयोग कर रहे हैं, जिससे दोषियों पर कार्रवाई हो सके।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि नकली उत्पादों की गंभीरता से लेते हुए कंपनी नकली सामान के स्रोतों की तेजी से पहचान करने और ऐसे व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं. बयान के अनुसार, कंपनी ने रिपोर्ट किए गए उत्पाद की जांच शुरू की गई है. नकली ब्रांड की जांच में बैच कोड विवरण, नकली क्यूआर कोड और पैकेजिंग आदि चीजों को देखा जा रहा है.
रिपोर्ट में बताया गया कि फॉर्च्यून कच्ची घानी सरसों के तेल की एक लीटर की 126 बोतले पकड़ी गई हैं। इसके अलावा फॉर्च्यून रिफाइंड सोयाबिन ऑयल की एक लीटर के 37 पैक और फॉर्च्यून सरसों के तेल की 16 बोतलें मिली हैं। खाद्य तेल की कीमतों में भारी गिरावट और उसके खाद्य उत्पादों की मजबूत मांग के कारण पहली तिमाही की बिक्री में 15 प्रतिशत की गिरावट आई है. कंपनी ने कहा कि ये गिरावट कम उपभोक्ता मांग, कुछ क्षेत्र में आपूर्ति में कमी और तिलहन के मजबूत उत्पादन के कारण खाद्य तेल की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले गिरावट आई है.