x
खेल

कप्तानी छोड़ने के बाद बेहद भावुक हुए विराट कोहली, कही ये बात


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

दुबई – विराट कोहली की बतौर टी20 कप्तान के तौर पर विदाई हो चुकी है। टी20 वर्ल्ड कप में नामिबिया के खिलाफ विराट ने इस फॉर्मेट में एक कप्तान के तौर पर अपना अंतिम मुकाबला खेला। कोहली ने इस प्रतियोगिता से पहले ही ये घोषणा कर दी थी और फिर बाद में आईपीएल टीम आरसीबी की कप्तानी को भी अलविदा कह दिया। यानी अब कोहली किसी भी तरह के टी20 क्रिकेट में कप्तानी करते नहीं दिखाई नहीं देंगे।

टी20 वर्ल्ड कप में कोहली की विदाई निराशाजनक रही क्योंकि भारत का अभियान लीग स्टेज से आगे नहीं बढ़ पाया। हालांकि कप्तान के तौर पर अपना अंतिम टी20 इंटनरेशनल मुकाबला जीतने में विराट कामयाब रहे क्योंकि भारत ने यहां नामिबिया को 9 विकेट से हरा दिया। कोहली ने मैच के दौरान कहा कि सबसे पहले उनको कप्तानी छोड़ने के बाद सुकून महसूस हो रहा है। कप्तानी को एक सम्मान बताते हुए कोहली ने कहा कि चीजों को सही तरीके से भी देखना जरूरी था।

कोहली ने कहा कि, मुझे लगा कि ये मेरे वर्कलोड को देखने का सही समय है। 6-7 साल से बहुत क्रिकेट हो रहा है। ये बहुत मजेदार भी रहा है, काफी मजा आया है, बहुत सारे लड़कें साथ में इतने लंबे समय तक खेले और एक टीम के तौर पर हमे बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। विराट कोहली एक बार फिर आईसीसी ट्रॉफी के बिना रह गए हैं क्योंकि उनको टी20 वर्ल्ड कप के पहले ही मैच में पाकिस्तान और फिर दूसरे मैच में न्यूजीलैंड से हार का सामना करना पड़ा। इसके चलते भारत की विदाई वहीं पर ही तय हो गई थी। केवल कुछ कागजी गणित के सहारे टीम इंडिया आगे सरक रही थी लेकिन अंत में वह अपने ग्रुप में तीसरे स्थान पर रही और शुरू की टॉप टीमों को ही सेमीफाइनल का टिकट मिलता है। यहां पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की टीम बाजी मारने में कामयाब रही हैं।

कोहली कहते हैं कि, मुझे पता कि हम प्रतियोगिता में बहुत आगे नहीं जा पाए लेकिन टी20 टीम के तौर पर हमने कुछ अच्छा क्रिकेट खेला है और इस बात का आनंद हम हमेशा उठाएंगे। बाकी लड़कों ने मेरा काम वाकई में आसान किया है। भारत के लिए वर्ल्ड कप में पॉजिटिव बात यह कही जा सकती है कि टीम ने शुरू के दो मैचों के बाद बाकी तीन गेम में विपक्षियों को पूरी तरह कब्जे में ले लिया। कोहली यह भी कहते हैं कि पहले दो मुकाबले के दो ओवर गेम को बदल सकते थे। उन मैचों में हम इतने बहादुर नहीं थे।

Back to top button