मुंबई – हेमा मालिनी ने साल 1980 में धर्मेंद्र से शादी की थी। दोनों की दो बेटियां हैं। ईशा देओल बड़ी बेटी हैं और आहना छोटी। हेमा मालिनी पैरेंटिंग को बहुत बड़ा और कठिन टास्क मानती हैं। उन्होंने अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा था कि एक वक्त था जब बेटियों को किसी और के करीब देखती थीं तो जलन होती थी। हेमा मालिनी कहती हैं कि एक वक्त ऐसा आता है जब हमें लगता है कि बच्चे बिगड़ ना जाएं इसलिए दखलअंदाजी बढ़ा देते हैं जो उन्हें पसंद नहीं आती।
हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की दो बेटियां हैं जिनका नाम ईशा देओल और अहाना देओल है। दोनों ही बेटियों की शादी हो चुकी है और अपने अपने जीवन में खुशहाल है। हेमा मालिनी ने अपनी निजी जिंदगी से जुड़े कई खुलासे किए। उन्होंने बताया कि कैसे अपनी बेटियों को किसी और के करीब देख उन्हें बुरा लगता था। वह नहीं चाहती थी कि उनकी बेटियां किसी और से नज़दीकियां बढ़ाएं। एक इंटरव्यू में साझा करते हुए हेमा मालिनी ने कहा कि, “एक वक्त ऐसा आता है जब हमें लगता है कि बच्चे बिगड़ ना जाएं इसलिए दखलअंदाजी बढ़ा देते हैं जो उन्हें पसंद नहीं आती।
यही वो समय होता है जब पैरेंट्स को धैर्य रखना चाहिए और मैच्योरिटी से काम लेना चाहिए। जब मेरी बच्चियां मेरे होते हुए किसी और के साथ समय बितातीं, तो मन आहत होता। कभी उन्हें किसी और के साथ जुड़ता देख जलन भी होती तो कभी उनकी कामयाबी में ख़ुशी के साथ-साथ कई तरह की आशंकाएं भी पनपतीं।”
इसके अलावा हेमा मालिनी ने बताया कि, “पैरेंटिंग आसान नहीं होती, बहुत कुछ असहज होते हुए भी आपको सहजता दिखानी पड़ती है। भले ही मन में अपनों के दूर हो जाने का डर पनपता हो, लेकिन मेरा अनुभव यही कहता है कि अपने कभी दूर होते ही नहीं, वो लौटकर ज़रूर आते हैं। बकौल हेमा मालिनी, कुछ समय के लिए बच्चे भले ही भटक या बहक जाएं, लेकिन वो हमसे दूर कभी नहीं जाते। यदि हमारे घर के संस्कार सही हैं, तो बच्चे बाहर की दुनिया से इन्फ्लुएंस नहीं होते।”
बता दें, हेमा मालिनी की तरह ईशा ने भी कई फिल्मों में काम किया है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘कोई मेरे दिल से पूछे’ से की थी और वह अपनी पहली फिल्म से लोगों का ध्यान खींचने में कामयाब रही थी। उन्हें अपनी इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ नवोदित अदाकारा का अवार्ड भी मिला था। इसके बाद ईशा देओल ने ‘मैं ऐसा ही हूं’, ‘युवा’, ‘धूम’, ‘काल’ जैसी फिल्मों में काम किया।