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आपको पता हे कहा पर है देश के 100 साल पुराने रेस्टोरेंट्स


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मुंबई – हम में से बहोत कम लोग जानते होंगे की हमारे देश में कई ऐसी पुरानी जगह है जिसके बारे में हमने कभी सुना तक नहीं होगा। हमारे देश के इतिहास के बारे में हम जितना जान पाएं उतना कम ही होता है। हर जगह का अपना इतिहास होता है, जिसकी वजह से ये जगहें और भी खास हो जाती है। जिसके बारे में जानना भी खास होता है। इसी तरह हम जिन रेस्टोरेंट में जाते है। वहां से जुड़ीं भी कई बातें होती है, जो किसी फूड लवर को यहां आने के लिए मजबूर कर देती है।

इसी तरह रेस्टोरेंट से जुड़ीं भी कई बातें होती है, जो किसी फूड लवर को यहां आने के लिए मजबूर कर देती है। कहीं का खाना बहुत अच्छा होता है, तो कहीं किसी स्पेशल आइटम, इंटीरियर की वजह से टूरिस्ट रेस्टोरेंट में आते है। भारत के कुछ रेस्टोरेंट्स ऐसे है, जो अपने खाने के लिए ही नहीं बल्कि अपने इतिहास की वजह से भी काफी मशहूर है। ये रेस्टोरेंट 100 साल से भी ज्यादा पुराने है। अगर आप भी फूड लवर है, तो एक बार यहां जरूर घूमें।

लियोपोल्ड कैफे, मुंबई :
मुंबई का यह मशहूर रेस्टोरेंट और बार 150 साल पुराना है। 2008 मुंबई हमलों में इस रेस्टोरेंट को भी निशाना बनाया गया था। यहां आज भी भयानक हमलों से सुरक्षित गोलियों के निशान देख सकते है। यह जगह टूरिस्ट ही नहीं, बल्कि लोकल लोगों के बीच भी काफी पॉप्युलर है।

ग्लेनरीस, दार्जिलिंग :
दार्जिलिंग अपनी खूबसूरती के लिए काफी फेमस है। यहां के पहाड़ी शहर में सबसे पुराने रेस्टोरेंट में से एक, ग्लेनरीस है। कहा जाता है कि ये रेस्तां 130 साल से अधिक पुराना है। यहां का खाना बेहद शानदार होता है, यहां की ग्लेनरी की एक बेकरी बेहद खास है। खूबसूरत नजारों को देखने के साथ आप यहां खाने का मजा ले सकते है।

टुंडे कबाब, लखनऊ :
115 साल पुरानी यह जगह भारत में कबाब लवर्स के लिए काफी मशहूर है। टुडे कबाब फूड लवर्स की जान कहा जाता है। आप अगर भी कबाब खाने के बेहद शौकीन है, तो एक बार आपको यहां जरूर आना चाहिए। कहा जाता है कि इसे 1905 में लॉन्च किया गया था। इस कबाब को बनाने के लिए लगभग 125 सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है।

इंडियन कॉफी हाउस, कोलकाता :
देश में भारतीय कॉफी हाउस की सबसे पॉप्युलर ब्रांच। इसका नाम पहले अल्बर्ट हाउस था लेकिन 1947 के बाद इसका नाम बदलकर कॉफी हाउस कर दिया गया। 1876 में शुरू हुए इस कॉफी हाउस के कुछ प्रसिद्ध संरक्षक सत्यजीत रे, मृणाल सेन, अमेरिकी कवि एलन गिन्सबर्ग के नाम शामिल है।

करीम, दिल्ली :
करीम सन् 1913 में हाजी करीमुद्दीन द्वारा स्थापित किया गया था। करीम मुग़लई व्यंजनों के लिये काफ़ी लोकप्रिय है। अपने स्वाद के लिए करीम अब तक कई अवॉर्ड भी जीत चुका है।

मित्र समाज, उडुपी :
100 साल पुराना यह रेस्टोरेंट डोसा, बुलेट इडली और गोली बाजे के लिये जाना जाता है। उडुपी परंपरा को मानते हुए यहां के भोजन में लहसुन, प्याज़ या फिर मूली नहीं डाली जाती।

रैयर्स मेस, चेन्नई :
साल 1940 में श्रीनिवास राव द्वारा इसकी शुरूआत हुई थी। यहां का कॉफ़ी और डोसा प्रसिद्ध है।

ब्रिटानिया एंड कंपनी, मुंबई :
साल 1923 में पहली दफ़ा ब्रिटानिया ने फ़ोर्ट क्षेत्र में तैनात ब्रिटिश अधिकारियों के लिए अपने दरवाज़े खोले थे और तब से लेकर अब तक यह मुंबई का प्रसिद्ध रेस्टोरेंट बना हुआ है।

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