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बिजनेस

भारतपे से अशनीर ग्रोवर का पूरी तरह पत्ता साफ,इस एक फैसले ने बदल दिया गेम

नई दिल्ली – फिनटेक (Fintech) कंपनी भारतपे (BharatPe) और उसके पूर्व को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) के बीच 88.67 करोड़ रुपये के फंड की हेराफेरी के मामले में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद समझौता हो गया है. कंपनी की ओर से सोमवार को जारी किए गए बयान में यह जानकारी मिली. आईएएनएस को दिए बयान में कंपनी ने कहा कि समझौते के मुताबिक अब ग्रोवर किसी भी तरह से कंपनी से जुड़े नहीं है और न ही उनके पास कंपनी की कोई शेयरहोल्डिंग होगी.

अशनीर ग्रोवर ने एक बयान में कहा कि उन्होंने भारतपे के साथ मामले को निपटाने के लिए एक समझौता किया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे कंपनी के मैनेजमेंट और बोर्ड पर पूरा भरोसा है। वे कंपनी को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। मैं कपंनी की ग्रोथ और सफलता चाहता हूं। मैं अब किसी भी क्षमता में BharatPe से जुड़ा नहीं रहूंगा, न ही शेयरहोल्डिंग का हिस्सा रहूंगा। मेरे शेष शेयरों का प्रबंधन मेरे पारिवारिक ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा। दोनों पक्षों ने दायर मामलों को आगे न बढ़ाने का फैसला किया है। मुझे उम्मीद है कि BharatPe अपने सभी हितधारकों के लाभ के लिए आगे बढ़ता रहेगा और सफल होता रहेगा।’

भारतपे और अशनीर ग्रोवर के बीच विवाद की शुरुआत जनवरी 2022 में हुई थी, जब एक ऑडियो क्लिप सामने आई. इस क्लिप में कथित तौर पर ग्रोवर और कोटक बैंक के एक कर्मचारी के बीच की बातचीत थी, जिसमें ग्रोवर कर्मचारी को धमकाते हुए सुनाई दिए. इसके बाद, ग्रोवर मार्च के मध्य तक स्वैच्छिक अवकाश (वॉलंटरी लीव) पर चले गए. कंपनी के बोर्ड ने एक स्वतंत्र ऑडिट की घोषणा की, जिसमें फरवरी में शुरुआती जांच में पाया गया कि ग्रोवर की पत्नी माधुरी जैन का कंपनी के धन के गबन में संबंध था. इसके चलते कंपनी ने माधुरी जैन को बर्खास्त कर दिया, और मार्च में अशनीर ग्रोवर ने भी भारतपे से इस्तीफा दे दिया.

अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर को 88.67 करोड़ रुपये फंड की हेराफेरी करने के मामले में भारतपे से निकाल दिया गया था. इसके बाद कंपनी ने पैसों की वापसी के लिए हाईकोर्ट का रुख किया था. पिछले हफ्ते दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (ईओडब्ल्यू) की ओर से इस मामले में दीपक गुप्ता को गिरफ्तार किया था, जो कि ग्रोवर के परिवार से ही था. इससे पहले एक अन्य आरोपी अमित बंसल को भी ईओडब्ल्यू की ओर से गिरफ्तार किया गया था.

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