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100 रुपये किलो मिलेगी प्याज,सब्सिडी वाले प्याज की बिक्री से जनता को राहत

नई दिल्ली – प्याज की कीमत 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार ने प्याज से मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) की सीमा को हटा दिया है। इसका मतलब हुआ कि किसान अब ज्यादा मात्रा में अच्छी कीमत पर प्याज विदेश भेज सकेंगे। हालांकि इस कदम से किसानों को फायदा होगा लेकिन घरेलू बाजार में प्याज की कीमत बढ़ सकती है। इसका कारण है कि घरेलू बाजार में प्याज की आवक कम रहेगी। वहीं नई प्याज आने में भी अभी काफी समय है। ऐसे में बढ़ती कीमत के कारण आम इंसान को फिर से महंगाई की मार पड़ेगी। खुदरा बाजार में अभी भी प्याज की कीमत 60 से 80 रुपये प्रति किलो के बीच है।

सरकार ने मोबाइल वैन और एनसीसीएफ और नैफेड के आउटलेट के जरिए 35 रुपये प्रति किलोग्राम की सब्सिडी दर पर प्याज की बिक्री शुरू की है। दिल्ली और मुंबई में शुरू हुआ यह कार्यक्रम अब चेन्नई, कोलकाता, पटना, रांची, भुवनेश्वर और गुवाहाटी सहित अन्य प्रमुख शहरों में भी फैल चुका है।बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार ने सब्सिडी वाले प्याज की मात्रा बढ़ाने और वितरण चैनलों का विस्तार करके ई-कॉमर्स मंच, केंद्रीय भंडार आउटलेट और मदर डेयरी के सफल स्टोर को शामिल करने का फैसला किया है।सरकार ने प्रमुख शहरों में प्याज़ का थोक निपटान भी शुरू कर दिया है। यह दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में पहले ही शुरू हो चुका है, और हैदराबाद, बेंगलुरु और कोलकाता और अंततः सभी राज्यों की राजधानियों तक इसे विस्तारित करने की योजना है। रसद आपूर्ति में सुधार और कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करने के लिए सड़क और रेल नेटवर्क दोनों को शामिल करते हुए एक दोहरी परिवहन रणनीति लागू की जा रही है।

सरकार ने शुक्रवार को प्याज से मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) की सीमा को हटा दिया है। अभी तक प्याज पर MEP 550 डॉलर प्रति टन तय किया गया था। लेकिन विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इसे तत्काल प्रभाव से और अगले आदेश तक हटा दिया है। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल का कहना है कि इस कदम से निर्यात प्रोत्साहन और किसानों की आमदनी में मदद मिलेगी।

प्याज की कीमत अभी भी लोगों को रुला रही है। खुदरा बाजार में प्याज 60 से 80 रुपये प्रति किलो मिल रही है। पिछले करीब 15-20 दिनों में प्याज की कीमत में तेजी आई है। व्यापारियों का कहना है कि प्याज की कीमत में तेजी सप्लाई चेन में बाधा और मांग में वृद्धि के चलते आई है। वहीं बारिश के कारण भी प्याज की कीमत में तेजी आई है। दरअसल, बारिश के कारण ट्रकों की आवाजाही पर असर पड़ा है। मंडियों में प्याज के ट्रक समय से पहुंच नहीं पा रहे हैं। इससे मंडियों में इसकी आवक कम है।

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