Bajaj Housing Finance IPO: IPO ग्रे मार्केट में मचा रहा धमाल
नई दिल्ली – बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के आईपीओ को निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली है। 6,560 करोड़ रुपये के इस इश्यू को बुधवार को पेशकश के तीसरे और अंतिम दिन 63.60 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। इसने 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बोलियां हासिल कीं। एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, आईपीओ में की गई 72,75,75,756 शेयरों की पेशकश के मुकाबले कुल 46,27,48,43,832 शेयरों के लिए बोलियां लगाई गईं।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस के 6,560 करोड़ रुपये के आईपीओ (IPO) की पेशकश के लिए संचयी बोली 3.2 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गई। कंपनी के इश्यू को करीब 90 लाख आवेदन मिले, जिससे इसने टाटा टेक्नोलॉजिज के 73.5 लाख आवेदनों के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।ऐसी शानदार प्रतिक्रिया ने भारतीय आईपीओ बाजार के लिए नया बेंचमार्क तय कर दिया है और देसी वित्तीय कंपनी बजाज फाइनैंस (Bajaj Finance) व बजाज फिनसर्व के जरिये शेयरधारकों के लिए विशेष वैल्यू के सृजक के तौर पर बजाज समूह की परंपरा को मजबूत बनाया है।बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि यह कामयाबी 5.5 लाख करोड़ डॉलर वाले देसी इक्विटी बाजार की मजबूती व गहराई को रेखांकित करती है और बड़े पैमाने पर होने वाली शेयर बिक्री को सहारा देने की उसकी क्षमता भी बताती है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ के लिए 66-70 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया है। आईपीओ में 3,560 करोड़ रुपये तक के नए शेयर और मूल कंपनी बजाज फाइनेंस की तरफ से 3,000 करोड़ रुपये के मौजूदा शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल हैं।यह शेयर बिक्री भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियमों का पालन करने के लिए की जा रही है। इसके मुताबिक अग्रणी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को सितंबर, 2025 तक शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होना जरूरी है।
ग्रे मार्केट में बजाज हाउसिंग के शेयर आखिरी बार इसके इश्यू प्राइस 70 रुपये (अपर प्राइस बैंड) के मुकाबले 104.29 फीसदी के प्रीमियम पर ट्रेड करते देखे गए थे। इस स्टॉक की लिस्टिंग 16 सितंबर को होने की संभावना है।पिछले महीने प्रीमियर एनर्जीज लिमिटेड के IPO ने 1.48 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बोली हासिल की थी। इससे पहले नवंबर 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के IPO को कुल 1.56 लाख करोड़ रुपये की बोली मिली थी। 2008 में कोल इंडिया लिमिटेड के IPO ने 2.33 लाख करोड़ रुपये की बोली जुटाई थी।