सैमसंग को अब छंटनी का सहारा करेंगा 200 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी
नई दिल्ली – भारत में सैमसंग के लिए नित नई चुनौतियां खड़ी हो रही हैं. कंपनी न केवल बाजार में अपनी पकड़ खो रही है बल्कि आंतरिक रूप से भी कई गंभीर समस्याओं का सामना कर रही है. सैमसंग की बिक्री में लगातार गिरावट आ रही है. चैन्नई स्थित सैमसंग की फैक्ट्री में चल रही हड़ताल से फेस्टिव सीजन में कंपनी के उत्पादन पर बुरा असर पड़ रहा है. अब खबर आ रही है कि कंपनी कर्मचारियों की छंटनी भी करने जा रही है. मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कंपनी की स्थिति पर चर्चा करने और रीस्ट्रक्चरिंग को लेकर सैमसंग के मैनेजमेंट ने भारतीय टीम को दक्षिण कोरिया बुलाया है. सूत्रों के अनुसार, कंपनी मैनेजमेंट भारत में अपने 20 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकता है.सैमसंग इंडिया के पास मौजूदा समय में लगभग 2,000 अधिकारी हैं। छंटनी मोबाइल फोन, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, होम एप्लायंसेज और अन्य सपोर्टिंग डिपार्टमंट पर असर डालेगी।
छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों को सैमसंग तीन महीने की सैलरी देगी। इसके अलावा, कंपनी कर्मचारियों की सर्विस के हर साल के लिए एक महीने की सैलरी का पैकेज ऑफर कर रही है।ET के एक सीनियर अधिकारी के अनुसार, पिछले कुछ सालों में सैमसंग इंडिया के जूनियर और मिड-लेवल कर्मचारियों के वेतन पैकेज में तेजी से वृद्धि हुई थी। हालांकि, मौजूदा आर्थिक मंदी के चलते, कंपनी पर अपनी लागत को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने का दबाव है।अधिकारी ने कहा, ‘सियोल (साउथ कोरिया की राजधानी) से स्पष्ट निर्देश है कि भारतीय संचालन में लागत घटाई जाए। अगर दीवाली के बाद बिक्री में सुधार नहीं हुआ तो छंटनी की प्रक्रिया और बढ़ सकती है।’कंपनी अपने लागत-कटौती के प्रयासों के तहत टेलीविजन और होम एप्लायंसेज जैसे कुछ व्यावसायिक विभागों का विलय कर सकती है, जिससे अतिरिक्त छंटनी की संभावना है। सैमसंग अपने मैनेजमेंट सिस्टम को अधिक प्रभावी बनाने के लिए फिर से टीम में बदलाव कर रहा है।
शाओमी और वीवो जैसे ब्रांडों का आक्रामक प्रतिस्पर्धा और ऑफलाइन रिटेलर्स के साथ विवाद सैमसंग के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं. ऑनलाइन और ऑफलाइन स्टोर्स पर कीमतों में बड़ा अंतर, कम प्रॉफिट मार्जिन और स्टॉक उपलब्धता में अनिश्चितता जैसी वजहों से रिटेलर्स नाराज हैं. सेल्स और मार्केटिंग के कुछ बड़े एग्जेक्यूटिव के कंपनी छोड़ने से भी सैमसंग की दिक्कतें बढ़ी हैं. पिछली कुछ तिमाहियों में सैमसंग की रिटेल, मार्केटिंग, और बिजनेस डेवलपमेंट टीम के 30 से अधिक बड़े अधिकारियों ने नौकरी छोड़ कर दूसरी कंपीटिटर कंपनियां ज्वाइन की हैं. सूत्रों के मुताबिक अभी और कई अधिकारी आने वाले दिनों में कंपनी छोड़ सकते हैं.
यह घटनाक्रम सैमसंग की चेन्नई मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में चल रही हड़ताल के साथ भी मेल खाता है, जो तीसरे दिन में प्रवेश कर चुकी है। इस हड़ताल के कारण टेलीविजन, रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीनों का उत्पादन प्रभावित हुआ है। हड़ताल के बावजूद, प्लांट अपनी सामान्य क्षमता के 50-80% पर काम कर रहा है।