Mutual Fund SIP: म्यूचुअल फंड में एसआईपी निवेश नए ऑलटाम हाई पर
नई दिल्ली – म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान के जरिए निवेश अगस्त 2024 में भी ऑलटाइम हाई पर जा पहुंचा है।अगस्त महीने में कुल एसआईपी निवेश 23,547 करोड़ रुपये रहा है जो कि जुलाई 2024 में 23,332 करोड़ रुपये रहा था। ये लगातार 42वां महीना है जब ओपन एंडेड इक्विटी फंड्स में निवेश पॉजिटिव जोन में रहा है।साछ ही म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का नेट एसेट अंडर मैनेजमेंट अगस्त 2024 में 66.70 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक हाई पर जा पहुंचा है।
म्यूचुअल फंड एसआईपी योगदान अगस्त में लगातार दूसरे महीने 23 हजार करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया। अगस्त में लोगों ने इसमें 23,547 करोड़ रुपये का निवेश किया जो जुलाई के मुकाबले ज्यादा है। जुलाई में 23,332 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश अगस्त में 3 फीसदी बढ़कर 38,239 करोड़ रुपये हो गया, जो जुलाई में 37,113 करोड़ रुपये था। वहीं सेक्टोरल/थीमैटिक फंड में निवेश एक फीसदी घटकर 18,117 करोड़ रुपये रह गया। इसके अलावा ईएलएसएस और फोकस्ड फंड को छोड़कर सभी कैटेगिरी में अगस्त में निवेश जारी रहा। ईएलएसएस फंड और फोकस्ड फंड में लगातार पांचवें महीने निकासी जारी रही।
निवेशक स्टेप-अप रणनीति के जरिये अपनी एसआईपी को और भी अधिक प्रभावी बना सकते हैं। इसके लिए उन्हें समय-समय पर एसआईपी में निवेश की जाने वाली राशि को बढ़ानी होती है। जीरोधा के अध्ययन में ऐसे ही एक मामले की चर्चा की गई है, जिसमें कोई निवेशक अप्रैल 2005 से मार्च 2024 तक निफ्टी लार्ज मिडकैप 250 टोटल रिटर्न इंडेक्स (टीआरआई) में हर महीने 1,000 रुपये का निवेश करती है।
सामान्य एसआईपी के साथ निवेशक के खाते में कुल 12.6 लाख रुपये होते हैं। वहीं, अगर वह 5 फीसदी सालाना स्टेप-अप के साथ निवेश करती तो उसके पास कुल 17 लाख रुपये होते। हर साल 15 फीसदी स्टेप-अप के साथ अंत में उसके बाद 35 लाख रुपये होते, जबकि अगर स्टेप-अप के तौर पर हर साल 25 फीसदी का इजाफा किया जाता तो उसके पास भारी भरकम 84.5 लाख रुपये का कोष होता।
म्यूचुअल फंड की कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) में 3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। यह जुलाई में 64.69 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले अगस्त में 66.43 लाख करोड़ रुपये रहा। कोटक महिंद्रा एएमसी के सेल्स, मार्केटिंग और डिजिटल बिजनेस के नेशनल हेड मनीष मेहता ने कहा कि एनएफओ निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड में एकमुश्त निवेश करने का पसंदीदा रास्ता है, क्योंकि इसमें तय समयावधि में निवेश करने की सुविधा होती है।