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बिजनेस

टाटा और महिंद्रा टक्कर देंगे अनिल अंबानी,कार बनाने जा रही रिलायंस

नई दिल्ली – अनिल अंबानी बड़े भाई मुकेश अंबानी समेत टाटा और महिंद्रा को टक्कर देने जा रहे हैं, दरअसल, अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर इलेक्ट्रिक कार और बैटरी बनाने की योजना पर विचार कर रही है.न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक कंपनी ने अपनी योजनाओं पर सलाह देने के लिए चीन की BYD कंपनी में भारत के पूर्व हेड संजय गोपालकृष्णन को नियुक्त किया है.रॉयटर्स के मुताबिक अनिल अंबानी की इस कंपनी ने प्रति वर्ष लगभग 2.50 लाख वाहन की क्षमता वाले ईवी प्लांट की स्थापना के लिए बाहरी सलाहकारों को नियुक्त किया है. कंपनी का प्लान आने वाले कुछ वर्षों में इस प्लांट की क्षमता बढ़ाकर 7.50 लाख वाहन प्रति वर्ष करना है.

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने प्रति वर्ष लगभग 250,000 वाहनों की प्रारंभिक क्षमता वाले ईवी प्लांट की स्थापना करनी है, जिसकी “कॉस्ट फिलिबिलिटी” स्टडी करने के लिए बाहर के सलाहकारों को नियुक्त किया है. बाद में इस कैपेसिटी को 750,000 तक बढ़ाया जाएगा. वहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी 10 गीगावाट घंटे के बैटरी प्लांट की फिजिबिलिटी पर भी विचा​र किया जाएगा, जिसकी कैपेसिटी को आने सालों में बढ़ाया जा सकता है. रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और पूर्व बीवाईडी एग्जीक्यूटिव संजय गोपालकृष्णन का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.

अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने इस प्रोजेक्ट के लिए बीवाईडी के एक पूर्व अधिकारी संजय गोपालकृष्णन (Sanjay Gopalakrishnan) को हाल ही में अपने साथ जोड़ा है. वह एक कंसल्टेंट के तौर पर इस प्रोजेक्ट के साथ जुड़े हैं. मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के छोटे भाई अनिल अंबानी ने अपना कारोबार साल 2005 में अलग कर लिया था. उसके बाद अनिल अंबानी के नेतृत्व वाला ग्रुप कुछ खास कमाल नहीं कर पाया लेकिन, मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने ऑयल, गैस, टेलीकॉम और रिटेल जैसे कई सेक्टर में अपना दबदबा जमा लिया है.

अनिल अंबानी एशिया के सबसे अमीर आदमी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी के छोटे भाई हैं, जिनकी तेल और गैस से लेकर टेलीकॉम और रिटेल सेक्टर में रुचि है. दोनों भाइयों के बीच साल 2005 में फैमिली बिजनेस का बंटवारा हो गया था. मुकेश की कंपनी पहले से ही लोकल लेवल पर बैटरी बनाने के लिए काम कर रही है और इस सप्ताह 10 गीगावॉट बैटरी सेल प्रोडक्शन के लिए सरकारी इंसेंटिव के लिए बिड हासिल की है. यदि अनिल अंबानी का ग्रुप अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाने का फैसला करता है, तो भाई एक ऐसे बाजार में आगे बढ़ेंगे जहां ईवी की काफी कम उपस्थिति है लेकिन वे तेजी से बढ़ रहे हैं.

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