क्या है पैसिव इन्वेस्टमेंट? तीन साल में दोगुना हो गया निवेश
नई दिल्ली – आज के समय में हर कोई पैसिव इनकम के बारे सोच रहा है. इसके लिए लोग पैसिव फंड में निवेश भी कर रहे हैं, यही वजह है कि पैसिव फंडों में निवेश तेजी से बढ़ रहा है. इन फंडों के तहत पिछले तीन वर्षों में निवेशकों का निवेश 182 फीसदी बढ़कर लगभग 10 लाख करोड़ रुपए हो गया है. म्यूचुअल फंड कंपनियां अब अपने ऑफर्स को और भी बेहतर बना रही हैं और पैसिव निवेश के क्षेत्र में अनूठे फंड लॉन्च कर रही हैं.
डीएसपी म्यूचुअल फंड का अनुमान है कि 2030 तक, म्यूचुअल फंड की कुल संपत्ति का 25 से 30 प्रतिशत हिस्सा पैसिव निवेशों से आएगा.पैसिव इन्वेस्टमेंट में इंडेक्स फंड और एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) शामिल हैं. ये फंड किसी विशिष्ट बाजार सूचकांक को ट्रैक करते हैं, जैसे कि सेंसेक्स या निफ्टी. पैसिव इन्वेस्टमेंट निवेशकों को शेयर बाजार में आसान और कम खर्चीला तरीका प्रदान करते हैं. इन निवेशों से मानवीय पूर्वाग्रह कम होता है और वे पारदर्शी नियमों का पालन करते हैं.
निप्पॉन इंडिया निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक फंड, निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक TRI को दर्शाता है. निफ्टी 500 सूचकांक के सभी घटक हमेशा निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक का हिस्सा होंगे, और सूचकांक में प्रत्येक घटक को इक्वल वेट दिया जाएगा. यह निवेशकों को स्वचालित मुनाफा बुकिंग का एक अनूठा लाभ प्रदान करता है, जहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्टॉक्स का मुनाफा तिमाही आधार पर बुक किया जाता है.
इस फंड में निवेश करने से समान अवसर का लाभ मिलता है, क्योंकि सूचकांक में सभी घटकों का इक्वल वेट होता है, जो प्रत्येक घटक को सूचकांक में अपना प्रदर्शन दिखाने या करने का मौका देता है. निवेशकों को लार्ज लेवल पर एक्सपोजर भी मिलता है क्योंकि निफ्टी 500 में 3 प्रमुख अलग से समूह होते हैं: निफ्टी 100 (लार्ज कैप), निफ्टी मिडकैप 150 (मिड कैप) और निफ्टी स्मॉल कैप 250 (स्मॉल कैप), जिससे बाजार के कई सेक्टर्स में एक्सपोजर मिलता है. सूचकांक में तीन कैप्स का अनुपात 20:30:50 के रेशियो में है.
पैसिव इन्वेस्टमेंट एक निवेश रणनीति है जिसमें निवेशक किसी विशिष्ट बाजार सूचकांक, जैसे कि सेंसेक्स या निफ्टी को ट्रैक करने वाले फंड में निवेश करते हैं. इस तरह के फंड को इंडेक्स फंड कहा जाता है. पैसिव इन्वेस्टमेंट में एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) भी शामिल होते हैं, जो शेयरों की तरह कारोबार करते हैं और एक विशिष्ट सूचकांक को ट्रैक करते हैं.पैसिव इन्वेस्टमेंट में सक्रिय रूप से स्टॉक चुनने या पोर्टफोलियो को प्रबंधित करने की आवश्यकता नहीं होती है.सक्रिय रूप से स्टॉक चुनने की ज़रूरत नहीं होती, जिससे निवेश प्रक्रिया सरल हो जाती है.सूचकांक में शामिल सभी शेयरों में निवेश करने से पोर्टफोलियो विविध हो जाता है.