FirstCry IPO: लिस्टिंग के पहले ग्रे मार्केट में मचाया धमाल, फर्स्टक्राई 40 फीसदी तो यूनिकॉमर्स 117 प्रीमियम पर हुआ लिस्ट
नई दिल्ली – ब्रेनबीज़ सॉल्यूशंस लिमिटेड आईपीओ (Firstcry IPO) सब्सक्रिप्शन के लिए 6 अगस्त को खुल कर 8 अगस्त को बंद हुआ. 4,193.73 करोड़ रुपये के इस आईपीओ को इन्वेस्टर्स की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला और यह कुल मिला कर 12.22 गुना सब्सक्राइब हुआ. इसे रिटेल कैटेगरी में 2.31 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 4.68 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी में 19.30 गुना सब्सक्राइब किया गया.12 अगस्त को शेयर डिमैट अकाउंट में क्रेडिट और रिफंड की प्रोसेस होगी, इसके बाद 13 अगस्त को बीएसई, एनएसई पर शेयरों की लिस्टिंग होगी.
कंपनी ने आईपीओ में शेयरों की कीमत 465 रुपये रखी थी. ज्यादा कीमत को देखकर आशंका जताई जा रही थी कि निवेशक इसे लेकर उतनी रुचि नहीं दिखाएंगे. मगर, आईपीओ के सब्सक्रिप्शन आंकड़ों ने लोगों के मुंह पर ताला लगा दिया. विशेषज्ञों का मानना है कि यह आईपीओ 15 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हो सकता है. फर्स्टक्राई का यह आईपीओ 12.22 गुना सब्सक्राइब हुआ है. इस पर सबसे ज्यादा पैसा क्वालिफाइड इंस्टीटूशनल बायर्स (QIB) ने लगाया है. उन्होंने इसे 19.30 गुना सब्सक्राइब किया. नॉन इंस्टीटूशनल इनवेस्टर्स ने 4.68 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स ने इसे 2.31 गुना सब्सक्राइब किया है.
Firstcry IPO GMP इश्यू खुलने के एक दिन पहले 45 रुपये के आसपास था और इश्यू ओपन होने वाले दिन यह 32 रुपये था. इश्यू जब बंद हुआ उस दिन यह 20 रुपये था.2010 में स्थापित Brainbees Solutions Limited अपने ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म FirstCry के जरिए माताओं, शिशुओं और बच्चों के लिए प्रोडक्ट ऑफर करती है. कंपनी 12 साल तक के शिशु के लिए जरूरी हर चीज़ जिसमें परिधान, जूते, बेबी गियर, नर्सरी, डायपर, खिलौने और पर्सनल केयर आदि शामिल हैं, ऑफर करती है.कंपनी इंडियन थर्ड-पार्टी ब्रांड, ग्लोबल ब्रांड और अपने खुद के ब्रांड के प्रोडक्ट प्रदान करती है. रेडसीर (RedSeer) की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2023 को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए, जीएमवी के संदर्भ में, यह भारत में माँ, शिशु और बच्चों के प्रोडक्ट्स के लिए सबसे बड़ा मल्टी-कैटेगरी ब्रांड है.
जीएमपी को देखते हुए आईपीओ से 15 से 18 फीसदी लिस्टिंग गेन की उम्मीद जता रहे हैं. मगर, वह कंपनी के घाटे को लेकर भी आशंकित हैं. वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 15 फीसदी बढ़कर 6,481 करोड़ रुपये रहा है. मगर, कंपनी को 321.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. एक साल पहले कंपनी का घाटा 486 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी का कर्ज भी इस अवधि में 462.7 करोड़ रुपये से बढ़कर 691.85 करोड़ रुपये हो गया है. हालांकि, कंपनी ने कहा है कि आईपीओ से आने वाले पैसों की मदद से बेबीहग (BabyHug) ब्रांड का विस्तार करने के साथ ही सेल्स, मार्केटिंग और टेक्नोलॉजी को भी बढ़ाएगी.