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टेक्नोलॉजी

साउथ कोरिया में रोबोट की ‘आत्महत्या’ से मचा हड़कंप,ज्यादा काम के बोझ से था परेशान

नई दिल्लीः काम का प्रेशर बहुत बड़ा प्रेशर होता है. लोग काम के चक्कर में इतनी टेंशन ले लेते हैं कि उनकी निजी जिंदगी इससे प्रभावित होने लगती है. सोशल मीडिया पर आपने अक्सर वर्क लाइफ बैलेंस की बातें सुनी होंगी. इंसानों के साथ अक्सर ही समस्या देखने को मिलती है.साउथ कोरिया में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। क्योंकि यहां एक रोबोट ने आत्महत्या कर ली है। रोबोट ने सीढ़ी से कूदकर आत्महत्या कर ली है। रोबोट की खुदकुशी की कोशिश के बाद साइंटिस्‍ट अब इसे जांच और रिचर्स का विषय मान रहे हैं।

क्या है रोबोट की खुदकुशी का मामला?

रोबोट की खुदकुशी का मामला साउथ कोरिया में सामने आया है, जहां सेंट्रल साउथ कोरिया की नगर पालिका ने अनाउंसमेंट किया है कि वो एक रोबोट की खुदकुशी के मामले की जांच करेगी, जिसमें एक रोबोट ने सीढ़ियों से कूद कर आत्महत्या की कोशिश की है.

काम के बोझ चलते रोबोट ने की सुसाइड

जब आप पहली बार इस चीज को पढ़ेंगे या सुनेंगे तब आपकी आंखें और कान इस बारे में यकीन नहीं कर पाएंगे कि भला ऐसा भी हो सकता है. पर आपको बता दें यह सच है और ऐसा हुआ है दक्षिण कोरिया में. दक्षिण कोरिया के गुमी सिटी काउंसिल में एक रोबोट ने छलांग मार कर आत्महत्या कर ली है.बताया जा रहा है यह रोबोट गुमी सिटी काउंसिल में बतौर कर्मचारी काम करता था. अक्टूबर 2023 से इस रोबोट ने सिटी काउंसिल में काम करना शुरू किया था. रोबोट दस्तावेजों की डिलीवरी किया करता था स्थानीय निवासियों को सूचना दिया करता था. सिटी कौंसिल अधिकारियों ने बताया की रोबोट काफी मेहनत से काम किया करता था.

अचानक रोबोट की इस प्रकार आत्महत्या से सभी लोग काफी हैरान

अचानक रोबोट की इस प्रकार आत्महत्या से सभी लोग काफी हैरान है. सोशल मीडिया पर कुछ लोग कह रहे हैं कि रोबोट से ज्यादा काम करवाया जाता था इसलिए उसने आत्महत्या कर ली. तो कुछ लोगों का रहे हैं उसे छुट्टी नहीं दी जा रही थी इसलिए उसने आत्महत्या कर ली.

आत्महत्या से पहले एक जगह काफी देर तक टहलता रहा था

गुमी सिटी काउंसिल में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों ने रोबोट की आत्महत्या को लेकर कहा कि आत्महत्या से पहले रोबोट एक ही जगह पर काफी देर तक टहलता रहा. इसके बाद उसने छलांग लगा दी और वह टुकड़े-टुकड़े हो गया इसके बाद रोबोट को जब चेक किया गया तो वह काम नहीं कर रहा था.

नगर निगम ऑफिस में क्या करता था रोबोट?

ये रोबोट सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक काम करता था और इसका अपना पब्लिक सर्विस कार्ड भी था. एक मंजिल तक सीमित अन्य रोबोट्स के विपरीत ये लिफ्ट (एलिवेटर) को बुला सकता था और फ्लोर्स में ऊपर नीचे तक जा सकता था. ऐसे में लोगों का मानना है कि रोबोट ने काम के दवाब के चलते खुदकुशी कर ली. वैसे दक्षिण कोरिया रोबोट के प्रति अपने आकर्षण के लिए जाना जाता है, जहां हर दस कर्मचारियों पर एक रोबोट है. यहां दुनिया में सबसे ज्यादा रोबोट्स हैं.

क्या कोई रोबोट आत्महत्या कर सकता है?

इस मामले में पाया गया कि रोबोट पहले एक ही जगह पर चक्कर लगा रहा था. कुछ देर बाद वो करीब 2 मीटर ऊंची सीढ़ियों से नीचे गिरा और उसके सारे सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया. अब बात आती है कि क्या कोई मशीन सुसाइड कर सकती है क्या, फिलहाल इस मामले पर जांच की जा रही है. लेकिन एक बात साफ है कि इंसानों और मशीन के मामले में आत्महत्या बिलकुल अलग है. जैसा कि ये इस तरह का पहला मामला है, लेकिन रोबोट को इन सब के बाद भी रिपेयर करके उसे एक्टिव किया जा सकता है और काम लिया जा सकता है. इसके प्रोग्राम को बदला जा सकता है, मेमोरी को खत्म किया जा सकता है और इससे दोबारा नए काम करवाए जा सकते हैं. जबकि इंसानी मामले में एक बार जान जाने के बाद कुछ नहीं किया जा सकता.

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