हाथरस कांड : सत्संग में भगदड़ से 134 मौतों का जिम्मेदार कौन?,संसद में उठे सवाल
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को साकार हरि बाबा का सत्संग चल रहा था. सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई. भगदड़ में अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है. अभी मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है क्योंकि घायलों की संख्या बहुत है.
हादसे के बाद से ही बाबा गायब
सूत्रों की मानें तो हादसे के बाद जिस बाबा का सुराग नहीं मिल रहा था उस बाबा के मैनपुरी पहुंचने की खबर है. सूत्रों के अनुसार, बाबा नारायण साकार विश्वहरी के नाम से मशहूर मैनपुरी के एक आश्रम में मौजूद हैं. बाबा मैनपुरी स्थित रामकुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में मौजूद हैं. हालांकि अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. हादसे के बाद से ही बाबा गायब हैं और पुलिस लगातार तलाश कर रही है.
जानें कौन हैं भोले बाबा
बता दें कि भोले बाबा का नाम असली नाम सूरजपाल है। वह कासगंज के बहादुर नगर का मूल निवासी है। सूरजपाल ने साल 1990 के दशक के अंत में पुलिस की नौकरी छोड़कर प्रवचन देना शुरू किया था। बाबा ने सत्संग करना शुरू कर दिया। भोले बाबा की कोई संतान नहीं है। सत्संग में बाबा की पत्नी भी साथ रहती हैं। वह एससी समुदाय से आते हैं।
डंडों से रोकने की कोशिश की
वहीं जीटी रोड के दूसरी ओर बारिश की वजह से खेतों में पानी भर गया। इस दौरान बेतहाशा दौड़ती भागती भीड़ को सेवादारों ने डंडों से रोकने की कोशिश की। इसी कारण भीड़ का दबाव बढ़ता चला गया और ये हादसा हो गया। कुछ ही देर में लाशें बिछ गईं। इधर हादसे के बाद बाबा मौके से निकल गए वहीं उनकी सेवादारों भी मदद को आगे नहीं आए। ऐसे में पुलिस के लोग आखिर तक लोगों को निकालने में जुटे रहे।
हाथरस कांड को लेकर राज्यसभा में दो मिनट का मौन
राज्यसभा में हाथरस हादसे के चलते सदस्यों ने दो मिनट तक मौन रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम नेताओं ने भगदड़ की घटना पर दुख व्यक्त किया है।
केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने जताया दुख
हाथरस के हादसे पर केंद्रीय राज्य मंत्री और RLD सांसद जयंत चौधरी ने कहा, “यह दुखद घटना है। एक बड़ा आयोजन हुआ और बड़ी संख्या में लोग पहुंचे… मुख्यमंत्री से बात हुई है, प्रशासन लगातार मॉनिटर कर रहे हैं… मैं सभी से सहयोग की अपील करता हूं … सभी परिवारों के साथ हमारी संवेदना है और हम उनके साथ हैं।”
संसद में उठा हाथरस कांड
यूपी के हाथरस जिले में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 100 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं । इस हादसे ने सभी को स्तब्ध कर दिया है । इसी कड़ी में राज्यसभा सत्र के दौरान भी इस मुद्दे को संसद में उठाया गया और हादसों को रोकने के लिए कानून बनाने की मांग की गई ।
हाथरस पहुंचे योगी, घायलों से कर रहे मुलाकात
सीएम योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंच चुके हैं। वह यहां के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती घायलों से मुलाकात करने जा रहे हैं। इस हादसे पर योगी दुख जता चुके हैं। यूपी के आला अफसर मंगलवार रात ही मौके पर पहुंचे चुके हैं।
भीषण गर्मी से निपटने के लिए नहीं थी व्यवस्था
सवाल उठता है कि प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी के बाद भी इतनी ज्यादा भीड़ जुटी तो क्यों नहीं कार्यक्रम पर रोक लगाया गया. चश्मदीदों ने बताया कि कार्यक्रम आयोजन स्थल पर भीषण गर्मी थी, उमस से लोग व्याकुल हो गए. डीएम ने भी इसकी पुष्टि की है. ऐसे में गर्मी के मौसम में भक्तों के लिए उचित प्रबंध क्यों नहीं था. प्रशासन ने आखिर इंतजामों पर नजर क्यों नहीं रखा. चश्मदीदों ने बताया कि सत्संग स्थल पर जमीन भी ऊबड़ खाबड़ थी. सवाल उठता है कि जिस बाबा के सैकड़ों भक्त हैं, उसने आयोजन स्थल पर उचित इंतजाम क्यों नहीं किए.चश्मदीदों ने बताया कि भगदड़ बाबा के कार्यक्रम खत्म होने के बाद हुई, जब लोग अपने घर को लौटने लगे. सत्संग के सेवादारों ने भक्तों को रोकने की भी कोशिश की. इससे भगदड़ की स्थिति और गंभीर हो गई.