तालाब में नहाते वक्त मुँह में घुस गई जिन्दा मछली,फिर बच्चे की हालत हुई ऐसी
नई दिल्ली – जांजगीर-चांपा जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है.यहां शुक्रवार को 14 साल का समीर सिंह गोड़ अपने दोस्तों के साथ तालाब में नहाने गया था. इस दौरान तलाब में तैरते वक्त उसके मुंह में 7 से 8 सेंटीमीटर मछली गले में जा फांसी. जिसके बाद आनन फानन में परिजन बच्चे को लेकर अकलतरा अस्पताल पहुंचे.वहां प्रयास के बावजूद मछली निकालने में सफलता नहीं मिलने पर डॉक्टरों ने बच्चे को बिलासपुर रेफर कर दिया है.बिलासपुर के लाइफ केयर हॉस्पिटल में बच्चे के गले का ऑपरेशन कर तीन इंच की मछली निकाली गई. जहां बच्चे की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
डुबकी लगाते ही मुंह में गई जिंदा मछली
जांजगीर के एक गांव में 14 वर्षीय बालक समीर गोड अपने घर से गांव के ही तालाब में नहाने गया है. नहाने से पहले समीर ने अपने दोस्तो के साथ गरी (मछली पकड़ने वाली लकड़ी) से मछली भी पकड़ा और उसके बाद तालाब में नहाने लगा. नहाने के दौरान समीर जब पानी में डुबकी लगा रहा था, उसी दौरान तालाब के पानी में से एक मछली समीर के मुंह में चली गई और गले में फंस गई. जिसमे बाद समीर हड़बड़ाने लगा और अपने आस-पास के सभी लोगों से इशारे करते हुए बताया कि उसके मुंह में मछली चली गई है.
सिम्स हॉस्पिटल में किया रेफर
इस घटना के बाद तुरंत गांव के अन्य लोगों ने समीर के घर वालो को सूचना दी. वही गांव में ही स्थानीय स्तर पर गांव वालों के द्वारा मछली को बालक के मुंह से निकालने का प्रयास किया गया. लेकिन सारे प्रयास विफल रहे और बच्चे का स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण परिजनों द्वारा एम्बुलेंस के माध्यम से नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अकलतरा लाया गया. यहां डाक्टरों की टीम ने भी बालक समीर के मुंह मे फंसे मछली को निकालने का प्रयास किया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. बच्चे के मुंह से ब्लड भी निकलने लगा और सांस लेने में भी समस्या होने लगी. जिसके कारण डॉक्टर भी घबरा गए और तुरंत बिलासपुर के सिम्स हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया है. बच्चे को परिजनों के साथ एंबुलेंस से बिलासपुर के सिम्स हॉस्पिटल के लिए रवाना किया गया.