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इटली की PM मेलोनी हुई डीपफेक का शिकार ,डीपफेक का इस्तेमाल कर एडल्ट वीडियो बनाया


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नई दिल्लीः इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने डीपफेक वीडियो के मामले में मुआवजा मांगा है। 40 साल के साल के आरोपी ने अपने 73 साल के पिता के साथ मिलकर मेलोनी का वीडियो अमेरिकी एडल्ट कॉन्टेंट वेबसाइट पर पोस्ट किया था।

आरोपियों ने 2022 में डीपफेक वीडियो बनाया था

ब्रिटिश मीडिया BBC के मुताबिक, आरोपियों ने मेलोनी के प्रधानमंत्री बनने से पहले यानी 2022 में डीपफेक वीडियो बनाया था। इसमें एडल्ट फिल्म स्टार के चहरे पर जॉर्जिया का चेहरा लगाया गया था। दोनों आरोपियों पर मानहानि का केस दर्ज किया गया था।

मोबाइल के जरिए आरोपियों तक पहुंची पुलिस

मेलोनी ने 1 लाख यूरो, यानी करीब 90 लाख रुपए का मुआवजा मांगा है। इस मामले में वो ससारी कोर्ट में 2 जुलाई को गवाही देंगी। BBC की रिपोर्ट में कहा गया कि कथित एडल्ट वीडियो अपलोड करने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल से पुलिस आरोपियों तक पहुंची। मेलोनी की कानूनी टीम के मुताबिक ये मुआवजा प्रतीकात्मक है।

मेलोनी हर्जाने की राशि महिलाओं के लिए देगी दान

इतालवी प्रधानमंत्री की कानूनी टीम ने कहा कि मेलोनी हर्जाने के रूप में मिलने वाली पूरी राशि पुरुष हिंसा की शिकार महिलाओं की मदद के लिए दान करेंगी। मेलोनी की वकील मारिया गिउलिया मारगियो ने कहा कि मुआवजे की मांग उन महिलाओं को एक संदेश भेजेगी, इस तरह के दुरुपयोग की शिकार हैं और आरोप लगाने से नहीं डरती हैं।”मेलोनी की वकील मारिया गिउलिया मारोंगिउ ने कहा- प्रधानमंत्री जो मुआवजा मांग रही हैं वो प्रतीकात्मक है। इस मुआवजे का उद्देश्य इस तरह के अपराध का शिकार हुई महिलाओं को यह संदेश देना है कि वे आवाज उठाने से न डरें। यदि मुआवजा दिया जाता है, तो वह हिंसा का शिकार हुई महिलाओं की मदद के लिए एक कोष में राशि दान करेंगी।वहीं, मेलोनी की टीम की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, 2022 में अपलोड हुए इस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है। इटली के कानून के मुताबिक, कुछ मानहानि के मामलों में आपराधिक आरोप और यहां तक ​​कि संभावित कारावास भी हो सकता है।

रेप वीडियो मामले में फंस चुकी हैं मेलोनी

अगस्त 2022 में जॉजिया मेलोनी ने एक रेप वीडियो पोस्ट किया था। इसके बाद वो विवादों में फंस गईं। वीडियो पीसेंजा शहर का था। इसमें एक अश्वेत व्यक्ति यूक्रेन की एक रिफ्यूजी महिला का रेप कर रहा था। मेलोनी ने यह वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया कि वो इस तरह की घटनाओं से सख्ती से निपटेंगी।

मोदी डीपफेक टेक्नोलॉजी को बता चुके हैं खतरनाक

PM मोदी ने डीपफेक वीडियो को लेकर कहा था- ‘AI की ताकत से ये वीडियो बना है, लेकिन यह एक चिंता का विषय है। विविधता वाली सोसाइटी में, जहां छोटी-छोटी बातों पर लोगों की भावनाओं को ठेस लग जाती है। वहां यह संकट पैदा कर सकता है।जब AI को बढ़ाने वाले लोग मुझसे मिले थे तो मैंने उन्हें कहा था कि जैसे सिगरेट में चेतावनी लिखी होती है। वैसे ही मैंने कहा कि जो भी इसका यूज करता है तो वहां एक चेतावनी लिखी होनी चाहिए कि ‘ये डीपफेक से बना है।’

डीपफेक क्या है?

आज के डिजिटल दौर में कई बार गलत खबरें और भ्रामक जानकारियां इंटरनेट की मदद से लोगों तक पहुंचाई जा रही हैं। ऐसे ही वीडियो भी पहुंचाए जाते हैं। इसे डीपफेक कहते हैं। इसमें असली और नकली की पहचान बेहद मुश्किल होती है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक (AI) और मशीन लर्निंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है।इनका उपयोग करके मीडिया फाइल जैसे फोटो, ऑडियो और वीडियो की परिवर्तित कॉपी तैयार की जाती है, जो वास्तविक फाइल की तरह ही दिखती है। सरल भाषा में कहें तो डीपफेक, मॉर्फ वीडियो का ही एडवांस रूप है।

रश्मिका मंदाना का वायरल हो चुका है डीपफेक वीडियो

बॉलीवुड एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना और काजोल का डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जारा पटेल नाम की एक लड़की के चेहरे को बदलकर रश्मिका का चेहरा लगा दिया गया था। रश्मिका मंदाना के डीपफेक वीडियो पर अमिताभ बच्चन से लेकर खुद रश्मिका मंदाना तक ने हैरानी जताई थी।एक x पोस्ट में रश्मिका ने लिखा था, ‘ईमानदारी से कहूं तो ऐसा कुछ न केवल मेरे लिए, बल्कि हममें से हर एक के लिए बेहद डरावना है। अगर मेरे साथ ये तब हुआ होता, जब में स्कूल या कॉलेज में थी, तो मैं इससे निपटने का सोच भी नहीं सकती थी।’

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