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बलूचिस्तान की कोयला खदान में गैस विस्फोट,हादसे में मारे गए 12 श्रमिक


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नई दिल्लीः पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक कोयला खदान में हुए विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई है। अब्दुल गनी बलूच के हवाले से कहा गया है कि आधी रात में मीथेन गैस विस्फोट हुआ तो उस दौरान करीब 20 लोग अंदर मौजूद थे। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दुर्घटना में मारे गए लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है।

खदान से बचाए गए आठ लोग

अधिकारी के अनुसार, इस हादसे के बाद लगभग आठ लोगों को खदान से बचाया गया है। डॉन अखबार की खबर के मुताबिक, यह घटना हरनाई जिले के जरदालो इलाके में हुई।

विस्फोट के समय 20 लोग थे खदान में मौजूद

रिपोर्ट में बलूचिस्तान के मुख्य खान निरीक्षक अब्दुल गनी बलूच के हवाले से कहा गया है कि आधी रात में मीथेन गैस विस्फोट हुआ तो उस दौरान करीब 20 लोग अंदर मौजूद थे। अधिकारी ने बताया कि विस्फोट के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, जो बुधवार को पूरा हुआ। बचाव दल ने 12 शव बरामद किए हैं, जबकि आठ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

खदान से निकाले गए 12 लोगों के शव

अब्दुल गनी बलूच ने कहा कि दो शवों को रात में ही खदान से बरामद किया गया और बाकी 10 शवों को बुधवार सुबह निकाला गया है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान प्रांत के खनन महानिदेशक अब्दुल्ला शाहवानी ने भी मरने वालों की संख्या की पुष्टि की है।

पीएम शहबाज शरीफ ने घटना पर जताया दुख

इस बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दुर्घटना में मारे गए लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है। पाकिस्तान रेडियो के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने घायल खनिकों को हर संभव चिकित्सा उपचार प्रदान कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने ऐसी घटनाओं को बेहद दर्दनाक और दुखद बताते हुए कहा कि सरकार घायलों और प्रभावित परिवारों को हर संभव राहत प्रदान करेगी। पाकिस्तान के कोयला उत्पादन में बलूचिस्तान प्रांत 50 प्रतिशत का योगदान देता है। पाकिस्तान में खदान दुर्घटनाएं आम है। यह मुख्य रूप से गैस के कारण होती है। वहीं, खदान श्रमिकों ने बार-बार यह शिकायत की है कि कोयला खदानों में सुरक्षा के अभाव और खराब कामकाजी परिस्थितियों के कारण लगातार ऐसी दुर्घटनाएं होती हैं।

मृतकों की संख्या की पुष्टि

बलूच ने बताया कि रात के समय दो शव बरामद किए गए, जबकि 10 शव बुधवार की तड़के मिले। खनन महानिदेशक अब्दुल्लाह शाहवानी ने भी मृतकों की संख्या की पुष्टि की है। इस बीच प्रधानमंत्री शहवाज शरीफ ने घटना पर दुख जताया और जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया उनको सांत्वना दी। पीएम ने घायलों को हरसंभव मदद देने की घोषणा भी की। साथ ही कहा कि इस तरह के हादसे बहुत दुखद होते हैं। पाकिस्तान के कोयला उत्पादन में बलूचिस्तान प्रांत का योगदान 50 प्रतिशत है। हालांकि, गैस बनने के कारण होने वाली खदान दुर्घटनाएं पाकिस्तान में आम हैं। श्रमिकों की शिकायत है कि सुरक्षा गियर की कमी और खराब काम करने की स्थिति लगातार दुर्घटनाओं का मुख्य कारण हैं।

बलूचिस्तान में दिसंबर में भी हो चुका है हादसा

बलूचिस्तान के डुकी कोयला क्षेत्र में पिछले साल दिसंबर में एक निजी खदान में आग लग गई थी, जिसमें दो कोयला खनिकों की मौत हो गई थी और तीन अन्य घायल हो गए थे। वहीं, सिंध के जमशोरो में सितंबर के महीने में एक कोयला खदान के धंसने से तीन श्रमिक मलबे के नीचे दब गए थे। उसी साल फरवरी में, डुकी और शारग कोयला क्षेत्रों में दो कोयला खदान दुर्घटनाओं में तीन खनिक मारे गए और चार अन्य घायल हो गए थे। हरनाई जिले में साल 2022 में कोयला खदान के अंदर गैस विस्फोट होने से छह खनिकों की मौत हो गई थी।

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