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9 साल विवाद के बाद गौतम सिंघानिया पिता के साथ दिखे,कभी बेटे को सब कुछ सौंप कर पछताने वाले पापा अब खुश


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नई दिल्लीः रेमंड के मालिक गौतम सिंघानिया और उनके पिता विजयपत सिंघानिया सालों बाद एक साथ दिखे। नवाज मोदी से अलग होने को लेकर दोनों में सार्वजनिक विवाद देखने को मिला था। हाल में गौतम सिंघानिया के रास्‍ते अपनी पत्‍नी नवाज मोदी से अलग हो गए। दोनों की महाभारत में विजयपत सिंघानिया ने अपनी बहू के साथ खड़े रहने की बात कही थी। उन्‍होंने बेटे पर घर से निकाल देने का भी आरोप लगाया था। हालांकि, अब ऐसा लगता है कि पिता और बेटे के बीच संबंध दोबारा सुधर गए हैं। छोटे सिंघानिया ने बुधवार को सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपने पिता के घर आने का स्वागत करते हुए पोस्ट किया। उन्‍होंने पिता का आशीर्वाद लिया।

2015 में विजयपत ने बेटे को सौंप दी थी रेमंड

रेमंड कंपनी लगभग 123 साल पहले शुरू हुई. 1900 में वाडिया मिल नाम से महाराष्ट्र के ठाणे में एक वुलन मिल के तौर पर कंपनी की नींव रखी गई. 2015 में विजयपत सिंघानिया ने अपने सारे शेयर और कंपनी बेटे गौतम सिंघानिया को दे दी. इसके बाद से बाप-बेटे का रिश्ता बिगड़ने लगा. एक फ्लैट को लेकर दोनों के बीच इतना विवाद बढ़ा कि बेटे ने पिता को बेघर कर दिया. उन्हें किराए के मकान में शिफ्ट होना पड़ा. बेटे ने कार और ड्राइवर भी छीन लिया. इतना ही नहीं नाम के साथ चेयरमैन-एमेरिटस (अवकाश प्राप्त चेयरमैन) लिखने तक का अधिकार अधिक छीन लिया.

गौतम सिंघानिया पिता के साथ दिखे

बुधवार को गौतम ने पिता के साथ अपनी एक फोटो शेयर की। उन्‍होंने लिखा- ‘आज अपने पिता को घर पर पाकर और उनका आशीर्वाद लेकर खुश हूं। आपके सदैव अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं पापा।’

घर से बाहर न‍िकालने का लगाया था आरोप

2017 में विजयपत ने बेटे पर दक्षिण मुंबई में उनकी पारिवारिक संपत्ति जेके हाउस बिल्डिंग से बाहर निकालने का आरोप लगाया था। एक मीडिया हाउस के साथ इंटरव्‍यू में उद्योगपति ने कहा था कि वह गौतम और नवाज मोदी के फैसले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहेंगे। उन्होंने साफ कर दिया था कि वह अपनी बहू के साथ खड़े हैं। दोनों के पारिवारिक झगड़े में बेटे के बजाय वह बहू का साथ देंगे।यह पूछे जाने पर कि अगर नवाज उनसे संपर्क करती हैं तो क्या वह अपने बेटे से बात करने के लिए तैयार होंगे? इस पर विजयपत सिंघानिया ने कहा था, ‘मेरा पहला जवाब हां होगा। मैं उनसे मिलने के लिए तैयार हूं। मेरा दूसरा जवाब यह है कि उनसे मिलने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि वह मेरी बात नहीं सुनेगा।’

सबकुछ छीन लेने की कही थी बात

बातचीत में विजयपत ने यह भी कहा था कि उनके बेटे गौतम ने उनका सब कुछ छीन लिया है। जो थोड़े बहुत पैसे उनके पास बचे हैं उसी से वह गुजारा करते हैं। उन्‍होंने बताया था, ‘मेरे पास कोई काम नहीं है। वह मुझे कंपनी के कुछ हिस्से देने के लिए सहमत हो गया था। लेकिन, उसके लिए पीछे हटना दो सेकंड की बात थी। वह पीछे हट गया। तो मेरे पास और कुछ नहीं है। मैंने उसे सब कुछ दे दिया। गलती से मेरे पास कुछ पैसे बच गए थे। जिनसे मैं आज गुजारा कर रहा हूं। नहीं तो मैं सड़क पर होता। वह मुझे सड़क पर देखकर खुश होगा। मुझे इस बात का यकीन है। अगर वह अपनी पत्नी को इस तरह बाहर निकाल सकता है तो अपने पिता को क्‍यों नहीं।’

गौतम पिता को सड़क पर देखकर खुश होता था

विजयपत ने कहा था- ‘मेरे पास अब कुछ नहीं है। मैंने उसे सब कुछ दिया… गलती से मेरे पास कुछ पैसे बच गए थे, जिनसे मैं आज गुजारा कर रहा हूं। नहीं तो मैं सड़क पर होता। वह मुझे सड़क पर देखकर खुश होता। मुझे इस बात का यकीन है। अगर वह अपनी पत्नी को इस तरह बाहर फेंक सकता है, अपने पिता को बाहर फेंक सकता है, मुझे नहीं पता कि वह क्या है।’

अपने बच्चों को सब कुछ देने से पहले बहुत सावधानी से सोचें

विजयपत सिंघानिया ने अपने बेटे के बारे में बात करते हुए कहा था, ‘माता-पिता को अपने बच्चों को सब कुछ देने से पहले बहुत सावधानी से सोचना चाहिए। मैं आपको यह नहीं कह रहा हूं कि मत दो। मैं केवल यह कह रहा हूं कि अपनी मौत के बाद दें। अपने जीवनकाल में न दें, क्योंकि इसकी आपको भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।’

मुझ पर चिल्ला सकता है और मुझे गाली दे सकता है गौतम

विजयपत से पूछा गया था कि अगर नवाज इस मामले को सुलझाने के लिए आपके पास आती हैं तो क्या आप अपने बेटे से बात करेंगे। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘मेरा पहला उत्तर हां होगा, मैं उससे मिलने के लिए तैयार हूं। मेरा दूसरा उत्तर यह है कि उससे मिलने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि वह मेरी बात नहीं सुनेगा।यदि मैं कुछ ऐसा कहूंगा जो उसे पसंद नहीं होगा तो वह मुझ पर चिल्ला सकता है, वह मुझे गाली दे सकता है। वह इस तरह की सभी चीजें करता है, इसलिए मैं जितना संभव हो सके दूर रहने की कोशिश करूंगा। मैं अपना सपोर्ट अपनी बहू को दूंगा, अपने बेटे को नहीं।’

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