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मिड-स्मॉल कैप शेयरों में आई बड़ी गिरावट


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नई दिल्ली – बीते कारोबारी सप्ताह में निफ्टी मिडकैप और स्मॉल कैप इंडेक्स में कुल 5 फ़ीसदी तक की गिरावट आई है बीते कारोबारी सप्ताह के दौरान निफ़्टी कुल 470 अंकों की या फिर कहें 2.1 फ़ीसदी की गिरावट के साथ 22023 पर बंद हुआ.मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल ब्रोकरेज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राहुल शाह आने वाले समय बाजार के आउटलुक पर टिप्पणी करते हुए कहते हैं कि आने वाला कारोबारी सप्ताह न केवल घरेलू बाजार के लिए बल्कि ग्लोबल बाजार के लिए भी महत्वपूर्ण होने वाला है.

आने वाले सप्ताह में, दुनिया के केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीति निर्णय पर निवेशकों का ध्यान होगा। यूएस फेड, बीओजे और बीओई अपने दरों का खुलासा करेंगे.इसका असर दुनियाभर के स्टॉक मार्केट पर देखने को मिलेगा। अगर बाजार में गिरावट आएगी तो ये स्टॉक्स सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे.मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि अगला सप्ताह आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होगा क्योंकि जापान, अमेरिका और ब्रिटेन सहित दुनिया भर के प्रमुख केंद्रीय बैंक ब्याज दर संबंधी फैसलों की घोषणा करेंगे.उन्होंने कहा कि कुछ समय तक बाजार में उतार-चढ़ावा जारी रहने की उम्मीद है.

मार्केट के ट्रेंडर इस समय स्मॉल कैप जो कि इस समय हाई वैल्यूएशन वाला बना और साथ में रिस्क भी जुड़ा हुआ है उस पर फोकस न करके मार्केट के अच्छे क्वालिटी वाले लार्ज कैप और मिड कैप शेयर पर अपना फोकस करेंगे.दूसरी तरफ अगर टेक्निकल के नजरिए से बात करें तो एक्सपर्ट कहते हैं कि निफ्टी डेली स्केल पर छोटा सा बियरिश कैंडल बना रहा है इसके अलावा साप्ताहिक फ्रेम पर एक इनसाइड बार और बियरिश कैंडल बना रहा है. जिसने पिछले तीन कारोबारी सप्ताह के गेन को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है. निफ्टी के सपोर्ट को 21850 और 21750 जोन पर रखा गया है.

मिड कैप और स्मॉल कैप में निवेश करने वाले निवेशक लंबी अवधि की सोच के साथ निवेश करें. साथ ही अच्छी क्वालिटी के स्टॉक में निवेश करना चाहिए.अगर बाजार में गिरावट आती है तो लंबी अवधि में उनके सेहत पर कोई असर नहीं होगा। जानकारों का कहना है कि गिरावट की एक बड़ी वजह सेबी है.हाल ही में मार्केट रेगुलेटर सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने छोटे और मझोले आकार की कंपनियों के शेयरों के हाई वैल्यूएशन पर चिंता जताई थी.इसके बाद म्यूचुअल फंड कंपनियों पर असर हुआ है. सेबी चेयरपर्सन के बयान के बाद 13 मार्च को ब्रॉडर मार्केट के मार्केट कैप में 14 लाख करोड़ रुपये की बड़ी गिरावट देखी गई.

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