वड़ा पाव दुनिया के बेस्ट सैंडविच में शामिल
नई दिल्ली – भले ही वड़ा पाव मुंबई स्ट्रीट फूड कल्चर की खासियत है, लेकिन यह डिश पूरे भारत में लोकप्रिय है, और अब ऐसा लग रहा है कि इसने बाकी दुनिया को भी अपना दीवाना बना लिया है. टेस्ट एटलस एक ट्रैवल गाइड प्लेटफॉर्म है जो रेसिपी और फूड रिव्यूस करता है, उसने अपनी 50 “सर्वश्रेष्ठ सैंडविच इन द वर्ल्ड” की एक लिस्ट जारी की है जिसमें वड़ा पाव को दुनिया के टॉप सैंडविच में से एक का स्थान मिला है. बता दें कि वड़ा पाव को 13वें स्थान पर रखा गया है और इसने भारतीय व्यंजनों को गौरवान्वित किया है.
शीर्ष पर रहने वाले टॉप पांच व्यंजन
टेस्ट एटलस ने लिस्ट जारी करते हुए लिखा, “अपना पसंदीदा चुनें?” इस लिस्ट में वड़ा पाव 16वें स्थान पर रहा। शीर्ष पर रहने वाले टॉप पांच व्यंजन वियतनाम से बान मील, तुर्की से टोम्बिक डोनर, लेबनान से शावरमा, मैक्सिको से टोर्टस और अमेरिका से लॉबस्टर रोल हैं.सूची में अंतिम पांच व्यंजन जर्मनी से मेटब्रोचेन, स्पेन से बोकाडिलो डी सेर्डो, अर्जेंटीना से सेंगुचे डी मिलानेसा, बीफ ऑन वेक और अमेरिका से पोर्चेटा सैंडविच हैं.
टेस्ट एटलस ने वड़ा पाव का एक शार्ट सा डिसक्रिप्शन
टेस्ट एटलस ने वड़ा पाव का एक शार्ट सा डिसक्रिप्शन दिया है: “यह प्रतिष्ठित स्ट्रीट फूड अशोक वैद्य नाम के एक स्ट्रीट वेंडर से उत्पन्न हुआ है, जो 1960 और 1970 के दशक में दादर रेलवे स्टेशन के पास काम करता था. उसने मजदूरों की भूख को शांत करने के लिए एक तरीका निकाला और एक ऐसी डिश तैयार करने के बारे में सोचा जो बनाने में आसान और सस्ती हो. इस तरह से अशोक ने वड़ा पाव बनाया और इसकी लोकप्रियता आसमान छू गई.इस लिस्ट में और भी कई फेमस आइटम्स के बारे में बताया गया है. तुर्की के टॉम्बिक ने इस लिस्ट में पहला स्थान प्राप्त किया है. क्यूबन सैंडविच, एवोकैडो टोस्ट, फ्रेंच डिप सैंडविच और इस तरह के और भी कई टेस्टी फूड है जो इस लिस्ट में शामिल हुए हैं.इस ट्वीट को अब तक 3 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है. हालांकि, कुछ लोगों को अपने फेवरेट सैंडविच को इस लिस्ट में ना पाकर निराशा भी हुई. इसके अलावा इस पोस्ट पर इस तरह के कई कमेंट भी हुए हैं.
वड़ा पाव के बारे में अधिक जानकारी
टेस्ट एटलस ने लिखा, “कहा जाता है कि इस प्रतिष्ठित स्ट्रीट फूड की उत्पत्ति अशोक वैद्य नामक एक स्ट्रीट वेंडर से हुई थी, जो 1960 और 1970 के दशक में दादर ट्रेन स्टेशन के पास काम करते थे.उन्होंने भूखे श्रमिकों को तृप्त करने का एक तरीका सोचा और निष्कर्ष निकाला कि आदर्श व्यंजन पोर्टेबल, किफायती और तैयार करने में आसान होना चाहिए.वैद्य द्वारा इस स्नैक को बनाने के बाद इसकी लोकप्रियता आसमान छूने लगी.” इस तरह स्वादिष्ट वड़ा पाव का आविष्कार हुआ.आज, सड़क के ठेलों से लेकर बढ़िया भोजन रेस्तरां तक, हर जगह इस स्नैक का आनंद लिया जाता है.यह एक विशिष्ट सांस्कृतिक प्रतीक बन गया है.