कितनी पढ़ी-लिखी हैं अंबानी परिवार की बड़ी बहू श्लोका,पिता है डायमंड किंग
मुंबई – अंबानी परिवार से जुड़ने के बाद अक्सर श्लोका मेहता भी सुर्खियों में बनी रहती हैं। आकाश और श्लोका 9 मार्च 2019 को शादी के बंधन में बंधे थें। श्लोका मेहता की क्वालिफिकेशन की बात करें तो श्लोका ने अपनी स्कूलिंग मुंबई के धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल से की है। इसके बाद उन्होंने प्रिंसटन विश्वविद्यालय,न्यू जर्सी, संयुक्त राज्य अमेरिका से एंथ्रोपोलॉजी में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पॉलिटिकल साइंस में पढ़ाई की है। इसके अलावा श्लोका के पास कानूनी शिक्षा में मास्टर डिग्री भी है। श्लोका मेहता अक्सर सामाजिक कार्य में अपना वक्त बिताती हैं।
श्लोका मेहता ने अपने बेटे पृथ्वी आकाश अंबानी का स्वागत किया
अपनी शादी के 1 साल बाद, 10 दिसंबर 2020 को श्लोका मेहता ने अपने बेटे पृथ्वी आकाश अंबानी का स्वागत किया था। इसके बाद, 3 साल बाद मई 2023 में बेटी वेदा के आगमन से आकाश अंबानी और श्लोका मेहता का परिवार पूरा हो गया। श्लोका अक्सर अपने बच्चों के साथ इवेंट में स्पॉट की जाती हैं। जो उनके फैंस काफी पंसद करते हैं। श्लोका मेहता और आकाश अंबानी के फैमिली बैकग्राउंड के बारे में काफी लोग पहले से ही जानते हैं। हालांकि, श्लोका के जीवन में अभी भी एक ऐसा पहलू है, जो अनदेखा है। जहां हर कोई जानता है कि श्लोका की मां मोना मेहता एक ज्वेलरी डिजाइनर हैं, वहीं उनके पिता रसेल मेहता के बारे में हर कोई नहीं जानता है।
हीरा कारोबारी रसेल मेहता और मोना मेहता की बेटी
अंबानी परिवार की बड़ी बहू श्लोका, हीरा कारोबारी रसेल मेहता और मोना मेहता की बेटी हैं। उनके पिता दुनिया के नंबर वन डायमंड कंपनी रोजी ब्लू के मालिक हैं। श्लोका अपने भाई बहनों में सबसे छोटी हैं। श्लोका ने कनेक्ट फॉर नाम की एक कंपनी भी लॉन्च की थी। इस कंपनी के जरिए वह देशभर में एनजीओ को सहयोग करती हैं।दिग्गज भारतीय अरबपति रसेल मेहता ग्लोबल डायमंड ट्रेडिंग एंड मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी ‘रोज़ी ब्लू’ के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। कंपनी की स्थापना उनके पिता अरुणकुमार रमणिकलाल मेहता ने की थी और हाल के दशकों में उन्होंने ‘रोज़ी ब्लू’ को एक पायदान ऊपर ले जाने में बेहद योगदान दिया है। रसेल का जन्म 1965 में मुंबई में हुआ था और उन्होंने 1980 के दशक में डायमंड इंडस्ट्री में अपना करियर शुरू किया था। उन्होंने अपने पिता और भाइयों के साथ ‘रोज़ी ब्लू’ कंपनी में काम करना शुरू किया था, जो उनका फैमिली बिजनेस था।
भारत के ‘डायमंड किंग’
अपने शानदार बिजनेस स्ट्रेटजी के साथ 1984 में रसेल मेहता को ‘रोज़ी ब्लू’ के को-फाउंडर के रूप में नियुक्त किया गया था। तब से कंपनी ग्लोबल डायमंड इंडस्ट्री में एक के रूप में विकसित हुई है। कंपनी की मार्केट वैल्यू 70,000 करोड़ रुपए है। ‘रोज़ी ब्लू’ फेमस रिटेल ब्रांड ‘Orra’ के भी मालिक हैं, जो दुनिया की सबसे बड़ी डायमंड ज्वेलरी कंपनियों में से एक है। इतना ही नहीं, साल 2011 में रसेल मेहता की कंपनी ‘रोज़ी ब्लू’ रिस्पॉन्सिबल ज्वेलरी काउंसिल की सदस्य बन गई । रसेल को भारत में ‘डायमंड किंग्स’ में से एक माना जाता है।