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राजनीति

बसपा छोड़ BJP में पहुंचे रितेश पांडे, कुछ दिन पहले पीएम मोदी संग किया था लंच


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नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से सांसद रितेश पांडे ने रविवार को बसपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के कुछ ही घंटों बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस्तीफे के बाद उन्होंने बसपा पर कई गंभीर आरोप भी लगाए।

मायावती को लिखा पत्र

सांसद रितेश पांडे ने मायावती के नाम एक्स पर पोस्ट कर कहा- ‘ सार्वजनिक जीवन में बसपा के माध्यम से जब से मैंने प्रवेश किया, आपका मार्गदर्शन मिला, पार्टी पदाधिकारियों का सहयोग मिला तथा पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं ने मुझे हर कदम पर अंगुली पकड़कर राजनीति एवं समाज के गलियारे में चलना सिखाया। पार्टी ने मुझे उत्तर प्रदेश विधानसभा और लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्रदान किया, पार्टी ने मुझे लोकसभा में संसदीय दल के नेता रूप में कार्य का अवसर भी दिया।’

नई राह तलाश रहे सांसद

बहुजन समाज पार्टी के सांसद अब नई राह तलाश रहे हैं. जानकारी के मुताबिक पार्टी के 9 सांसदों में से 5 सांसद भाजपा के संपर्क में हैं. 2 कांग्रेस के जबकि 2 समाजवादी पार्टी के संपर्क में हैं. ऐसे में पार्टी को लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लग सकता है. गौरतलब है कि बसपा सांसद अफजल अंसारी को पहले ही सपा (समाजवादी पार्टी) ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. अब बसपा के लिए लोकसभा चुनाव की राह कठिन होती नजर आ रही है.

बीजेपी में शामिल होने पर क्या बोले रितेश पांडे?

बीजेपी में शामिल होने के बाद बीएसपी सांसद रितेश पांडे ने कहा कि मैं पिछले 15 सालों से बीएसपी के साथ काम कर रहा था. मैं उनकी (मायावती) सोच और गतिविधियों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. इस बारे में मैंने अपने त्यागपत्र में विस्तार से लिखा है. मेरे निर्वाचन क्षेत्र में जो कुछ भी हो रहा है वह पिछले पांच वर्षों में हुआ है.

उन्होंने कहा कि मैंने यह निर्णय उन सभी चीजों का मूल्यांकन करने के बाद लिया है, जो जमीन पर हो रही हैं, चाहे वह निर्वाचन क्षेत्र में दो औद्योगिक क्षेत्र हों, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, स्कूल, चार लेन की सड़क, जो अंबेडकर नगर को अयोध्या के राम मंदिर से जोड़ती है. जिस तरह से लोगों, किसानों, महिलाओं, दलितों की आर्थिक स्थिति में बदलाव आया है और उनका जीवन स्तर ऊपर उठा है.

बसपा पर लगाए गंभीर आरोप

सांसद ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा- ‘लंबे समय से मुझे न तो पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा है और न ही नेतृत्व के स्तर पर संवाद किया जा रहा है। मैंने आपसे तथा शीर्ष पदाधिकारियों से संपर्क के लिए, भेंट के लिए अनगिनत प्रयास किये, लेकिन उनका कोई परिणाम नहीं निकला। इस अंतराल में में अपने क्षेत्र में एवं अन्यत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से निरंतर मिलता-जुलता रहा तथा क्षेत्र के कार्यों में जुटा रहा।ऐसे में में इस निष्कर्ष पर पहुँचा हूँ कि पार्टी को मेरी सेवा और उपस्थिति की अब आवश्यकता नहीं रही इसलिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने के अलावा मेरे समक्ष कोई विकल्प नहीं है। पार्टी से नाता तोड़ने का यह निर्णय भावनात्मक रूप से एक कठिन निर्णय है।’

इस्तीफे में मायावती और पार्टी नेताओं को कहा शुक्रिया

रितेश पांडे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना इस्तीफा पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने लोकसभा और उत्तर प्रदेश विधानसभा में बीएसपी का प्रतिनिधित्व करने के लिए मायावती और पार्टी नेताओं को शुक्रिया कहा है. उन्होंने मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए कार्यकर्ताओं के प्रति आभार भी व्यक्त किया है. यहां गौर करने वाली बात ये है कि 9 फरवरी को पीएम मोदी के साथ लंच के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ भी की थी.

पीएम मोदी संग किया था लंच

दरअसल, 9 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी ने अलग-अलग दलों के आठ सांसदों के साथ लंच किया था. इसमें एक सांसद रितेश पांडे भी थे. बाकी के सात सांसदों में बीजेपी की हीना गावित, एस.फांगनोन कोन्याक, जामयांग त्सेरिंग नामग्याल, एल मुरुगन, टीडीपी सांसद राममोहन नायडू और बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा शामिल थे. पीएम मोदी दोपहर के समय संसद की कैंटीन में पहुंचे और उन्होंने सभी सांसदों को हैरान करते हुए उनके साथ लंच किया.

कौन किसके संपर्क में

के बिजनौर से बीएसपी सांसद मलूक नागर, लालगंज सांसद संगीता आजाद बीजेपी के संपर्क में हैं. तो वहीं श्रावस्ती से बसपा सांसद राम शिरोमणि वर्मा बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. अब अंबेडकर नगर सांसद रितेश पांडे ने भी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उनके अब बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं. अमरोहा से बसपा सांसद दानिश अली कांग्रेस के संपर्क में हैं. जबकि सांसद श्याम सिंह यादव राहुल गांधी के साथ न्याय यात्रा में जुड़ रहे हैं. वहीं पार्टी के अन्य तीन सांसद भी अलग-अलग पर्टियों के संपर्क में हैं.

अपने इस्तीफे में रितेश पांडे ने क्या कहा?

अंबेडकरनगर सांसद ने मायावती को लिखे अपने इस्तीफे में लिखा, ‘लंबे समय से न तो मुझे पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा है और न ही नेतृत्व के स्तर पर संवाद किया जा रहा है. मैं आपसे और शीर्ष पदाधिकारियों के साथ मुलाकात के लिए प्रयास किए, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं निकला. ऐसे में मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि पार्टी को मेरी सेवा और मौजूदगी की अब कोई जरूरत नहीं है. इसलिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के अलावा मेरे पास कोई विकल्प नहीं है.’

लंच के बाद की थी पीएम मोदी की तारीफ

प्रधानमंत्री मोदी के साथ लंच के बाद रितेश पांडे ने सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ भी की थी. पीएम से मुलाकात की तस्वीरें शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘आज लंच के लिए प्रधानमंत्री के जरिए आमंत्रित किया जाना और यह सीखना वास्तव में एक सम्मान की बात थी कि उन्होंने 2001 के भुज भूकंप से हासिल एक्सपीरियंस का इस्तेमाल कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए किस तरह से किया. बहुत ही ज्यादा ज्ञानवर्धक चर्चा हुई. हमारे साथ बैठने के लिए आपका धन्यवाद!’ इसके बाद से ही उनके बीजेपी में जाने की चर्चा शुरू हो गई थी.

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