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Divya Bharti birth anniversary : दिव्या भारती की मौत आज भी रहस्य,3 साल के करियर में दी थीं हिट फिल्में


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मुंबई – दिव्या भारती फिल्म इंडस्ट्री की उन एक्ट्रेस में शुमार थीं, जिन्होंने बहुत कम उम्र में ही शोहरत कमाया था। बॉलीवुड की गुड़िया के नाम से पॉपुलर दिव्या भारती ने 1993 को महज 19 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया था। मौत के बाद भी दिव्या भारती अपने फैंस के दिलों में आज भी जिंदा हैं। लोग उनके निधन के बाद भी उन्हें भुला नहीं पाए हैं और इसकी वजह उनकी रहस्यमयी मौत है। दिव्या भारती ने फिल्म ‘विश्वात्मा’ से बॉलीवुड इंडस्ट्री में कदम रखा था और महज दो साल में इंडस्ट्री में एक्ट्रेस ने कदम जमा लिए थे। आपने तीन साल के करियर में एक्ट्रेस ने बैक टू बैक सुपरहिट फिल्में दी थी, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि दिव्या भारती की मौत के बाद उनकी तीन फिल्में रिलीज हुई थी जो बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई।

दिव्या भारती ने 3 साल में दी थीं हिट फिल्में

90 के दशक में बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग और मासूम चेहरे से दिव्या भारती ने लोगों के दिल में अलग जगह बना ली है। दिव्या भारती की मौत 5 अप्रैल 1993 को संदिग्ध हालात में हुई थी। बता दें कि भारती ने 14 साल की उम्र में पढ़ाई छोड़कर मॉडलिंग शुरू कर दी थी। दिव्या ने तेलुगू फिल्म ‘बोब्बिली राजा’ से फिल्मी करियर की शुरुआत की। दिव्या भारती ने साल 1992 में रिलीज हुई फिल्म ‘विश्वात्मा’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इस फिल्म का ‘सात समंदर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गई’ गाना आज भी लोकप्रिय है। शाहरुख खान ने दिव्या के साथ ही 1992 में ‘दीवाना’ फिल्म से डेब्यू किया। उस समय दिव्या महज 18 साल की थीं। फिल्म जबरदस्त हिट हुई।

पढ़ाई में कमजोर रहीं, इस कारण फिल्मों के लिए हामी भरी


पढ़ाई की बात करें तो दिव्या इसमें बिल्कुल कमजोर थीं। जैसे-तैसे करके वो बस पास हो जाती थीं। यही एक बड़ी वजह रही कि उन्होंने पढ़ाई छोड़ एक्टिंग में आने का फैसला किया। हालांकि हिंदी, मराठी और इंग्लिश भाषा पर उनकी पकड़ बहुत अच्छी थी।

फिल्मों के ऑफर मिले, लेकिन बाद में निकाला गया

1988 में जब दिव्या 14 साल की थीं तो उन्हें फिल्ममेकर नंदू तोलानी ने फिल्म गुनाहों के देवता ऑफर की थी। इस फिल्म से वो फिल्मों में एंट्री लेने वाली थीं, लेकिन उनके पिता ने उम्र का हवाला देकर मना कर दिया। बाद में उनकी जगह संगीता बिजलानी को कास्ट किया गया।इस बाद को कुछ ही दिन बीते थे कि एक दिन वीडियो लाइब्रेरी में गोविंदा के भाई कीर्ति कुमार की नजर दिव्या पर पड़ी। दिव्या को देखते ही वो उनकी खूबसूरती पर मोहित हो गए। फिर कीर्ति कुमार ने उन्हें फिल्म राधा का संगम में गोविंदा के साथ कास्ट करने का मन बना लिया।

पहली ही फिल्म से टाॅलीवुड में छा गई थीं

1990 में डी. रामानायडू अपने बेटे वेंकटेश को लेकर फिल्म बोबली राजा बना रहे थे। यही वो फिल्म थी जिससे दिव्या भारती ने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। ये एक हिट फिल्म थी और आज भी तेलुगु की सबसे आइकॉनिक फिल्मों में से एक है। इस फिल्म के 3.5 करोड़ टिकट बिके थे। इसके बाद दिव्या कई बेहतरीन फिल्मों में नजर आईं।

1992 में किया बॉलीवुड डेब्यू

साउथ फिल्मों में दिव्या की दमदार एक्टिंग को देखकर बॉलीवुड के फिल्ममेकर भी उन्हें अप्रोच करने लगे थे। इसके बाद उन्होंने 1992 में रिलीज हुई फिल्म विश्वात्मा से बॉलीवुड डेब्यू किया। ये फिल्म सुपरहिट रही और इसी फिल्म से हिंदी दर्शकों ने भी दिव्या को स्वीकार कर लिया।इस फिल्म के रिलीज के एक हफ्ते बाद ही दिव्या की दूसरी फिल्म दिल का क्या कसूर रिलीज हुई। हालांकि यह फ्लॉप रही। इसी साल दिव्या डेविड धवन की फिल्म शोला और शबनम में गोविंदा के साथ नजर आईं। ये दिव्या की पहली बड़ी हिट फिल्म थी। इसके बाद 1992 में ही दिव्या फिल्म दीवाना, जान से प्यारा, दिल आशना है, बलवान, दिल ही तो है, दुश्मन जमाना, गीत जैसी 10 फिल्मों में नजर आईं।

परिवार को बिना बताए 18 की उम्र में दुल्हन बनीं

फिल्म शोला और शबनम के सेट पर ही दिव्या की पर्सनल लाइफ में बड़ा टर्निंग पॉइंट आया। इसी फिल्म के सेट पर यंग प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला, गोविंदा से मिलने आए थे। तभी उनकी नजर दिव्या भारती पर पड़ी, जिसे देखते ही उन्हें पहली नजर का प्यार हो गया। बिना वक्त गंवाए साजिद ने दिव्या को शादी के लिए प्रपोज कर दिया। उन्होंने भी साजिद का यह प्रपोजल खुशी-खुशी अपना लिया।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दावा- मौत एक्सीडेंट थी

दिव्या की मौत की खबर पूरी फिल्म इंडस्ट्री में फैल गई। जहां कुछ लोग इसे सुसाइड बताने लगे, वहीं कुछ लोगों ने इसे मर्डर बताया। निधन के बाद इस मामले की पूरी जांच वर्सोवा पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने की। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ये दावा किया गया कि दिव्या की मौत महज एक एक्सीडेंट थी। उन्होंने बहुत ज्यादा शराब पी ली थी जिस वजह से वो खुद को संभाल नहीं पाईं और खिड़की से गिर गईं। 7 अप्रैल 1993 को दिव्या का अंतिम संस्कार मुंबई के विले पार्ले में हुआ था।

दावा- पति का नाम अंडरवर्ल्ड से जुड़ने की वजह से डिप्रेशन में थीं

कई लोगों ने यह दावा किया था कि दिव्या लंबे समय से डिप्रेशन में थीं। वजह यह थी कि उनके पति साजिद का नाम अंडरवर्ल्ड से जोड़ा जा रहा था, जिस वजह से वो बहुत परेशान रहती थीं। वहीं शादी के बाद सास के साथ उनके रिश्ते भी खास अच्छे नहीं थे और इस बात से उन्हें बहुत दुख होता था।यह भी कहा जा रहा था कि अगर उन्हें सुसाइड करना होता, तो वो उसी दिन क्यों अपने लिए घर का डील फाइनल करतीं। उनके भाई और नौकरानी ने बताया था कि वो मौत के दिन सुबह से बहुत ही ज्यादा खुश थीं।

वो सबूत जिन्होंने हत्या का शक पैदा किया

फिल्म इंडस्ट्री के कुछ लोगों का यह भी कहना था कि दिव्या का मर्डर हुआ है। जब इस एंगल से केस की जांच की गई, तब पता चला कि जिस खिड़की से गिर कर उनकी मौत हुई थी, उस खिड़की में ऑटो- स्टॉपर नहीं लगे थे। जबकि उस बिल्डिंग की सभी खिड़कियों में ऑटो-स्टॉपर लगे थे।

पहली ही नजर में साजिद दिव्या को दे बैठे थे दिल

कहा जाता है कि दिव्या भारती मृत्यु के समय मोहरा, लाडला और विजयपथ जैसी फिल्में कर रही थीं. जबकि दो पूरी फिल्में रंग और शतरंज उनकी मौत के बाद रिलीज़ हुईं. पर्सनल लाइफ की बात करें तो साजिद नाडियाडवाला और दिव्या भारती पहली बार शोला और शबनम फिल्म के सेट पर मिले थे. सेट पर गोविंदा ने ही दिव्या की मुलाकात साजिद नाडियाडवाला से करवाई थी और पहली ही नजर में साजिद ने दिव्या को दिल दे दिया. दोनों की दोस्ती बढ़ी और धीरे-धीरे ये प्यार में बदल गई. साजिद ने बिल्कुल भी देरी नहीं की और 15 जनवरी 1992 को दिव्या को शादी के लिए प्रपोज किया. इसके बाद 10 मई 1992 को दोनों ने शादी कर ली. लेकिन 10 महीने बाद ही खबरों के मुताबिक दिव्या ने अपने अपार्टमेंट की बालकनी से कूद कर जान दे दी. एक्ट्रेस की अचानक मौत से साजिद नाडियाडवाला पर कई आरोप भी लगे, लेकिन कोई आरोप साबित नहीं हो पाए.

मौत के पहले खुद को सिगरेट से जलाया था, एक बार हाथ भी काटा था

दिव्या की मौत के बाद उनकी मां ने खुलासा किया था कि दिव्या गुस्से में खुद को चोट पहुंचाती थीं। मौत से पहले भी उन्होंने सिगरेट से खुद को जलाया था। मौत के कुछ महीने पहले, वो अमेरिका गई थीं। वहां किसी बात से परेशान होकर उन्होंने खुद को सिगरेट के टुकड़ों से जलाया था। वो निशान उनकी मौत के वक्त भी थे।

5 साल बाद आया फैसला, मौत को बताया गया हादसा

पुलिस इसके बाद 5 साल तक जांच करती रही। फिल्म इंडस्ट्री के कई लोगों से पूछताछ की गई। दिव्या के पति साजिद नाडियाडवाला सबसे ज्यादा शक के घेरे में रहे। फिर 1998 में इस बात पर आधिकारिक पुष्टि की गई कि दिव्या की मौत सिर्फ एक हादसा थी। शक के घेरे में रहे सभी लोगों को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी।

दिव्या भारती की आखिरी फिल्में

दिव्या भारती की मौत के बाद उनकी तीन फिल्में रिलीज हुई थी। फिल्म ‘रंग’, ‘शतरंज’ और ‘थोलि मुद्धू’ रिलीज हुई, जिसमें 1993 में रिलीज हुई ‘रंग’ सुपरहिट रही थी। दिव्या ने बॉलीवुड की हिंदी फिल्मों के साथ-साथ तमिल और तेलुगू फिल्मों में भी काम किया था। बॉलीवुड में उनकी हिट फिल्मों में ‘दीवाना’, ‘विश्वात्मा, ‘शोला और शबनम’, ‘दिल का क्या कसूर’, ‘गीत’, ‘बलवान’ और ‘दिल आशना’ का नाम शामिल है। दिव्या भारती मौत से पहले अनिल कपूर के साथ फिल्म ‘लाडला’ की भी शूटिंग कर रही थीं। उनकी अचानक निधन के बाद दिव्या की जगह श्रीदेवी ने फिल्म पूरी की थी।

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