x
ट्रेंडिंगमनोरंजन

Madhubala Birth Anniversary : Valentine Day वाले दिन हुआ जन्म,प्यार, पैसा, शोहरत सब मिला लेकिन ताउम्र अकेली रहीं ये एक्ट्रेस


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

मुंबई – बॉलीवुड की अदाकारा मधुबाला की खूबसूरती के किस्से तब के लोग आज तक सुनाते नहीं थकते हैं। उनकी खूबसूरती की तुलना हॉलीवुड अभिनेत्री मर्लिन मुनरो तक से की जाती है। खूबसूरती और जबरदस्त अदाकारी का संगम हुआ तो बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक फिल्में मिलीं। इसे इत्तेफाक ही कहेंगे कि मधुबाला का जन्म प्रेम के त्योहार यानी वैलेंटाइंस डे के दिन 14 फरवरी को हुआ था पर उनकी मोहब्बत कभी मुकाम तक नहीं पहुंच पाई। मुस्लिम परिवार में पैदा होने के बावजूद रुढ़ियों को तोड़ उन्होंने फिल्मों में काम शुरू किया, जहां महिलाओं पर अनेक बंदिशें लागू थीं, काफी हद तक आज भी हैं।

बाल कलाकार के रूप में की करियर की शुरुआत

View this post on Instagram

A post shared by Mumtaz Jehan Begum Dehlavi 🌹 (@madhubala.forever)

अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाने वाली मधुबाला का जन्म 14 फरवरी 1933 को दिल्ली के पश्तून मुस्लिम परिवार में हुआ था। एक्ट्रेस ने अपने करियर की शुरुआत साल 1942 में बतौर बाल कलाकार के रूप में फिल्म ‘बसंत’ से की थी। वहीं लीड रोल में एक्ट्रेस ने 1947 में ‘नीलकमल’ से बॉलीवुड डेब्यू किया। इसके बाद अभिनेत्री ने राज कपूर के साथ ‘दिल की रानी’ और ‘अमर प्रेम’ जैसी यादगार फिल्में दीं।फिल्म तारिका मधुबाला उर्फ मुमताज जहां बेगम देहलवी जयंती पर जान लेते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ किस्से।

क्या था असली नाम?

अपनी दिलकश अदाओं और स्माइल से लोगों के दिलों में उतरने वाली एक्ट्रेस को सभी मधुबाला के नाम से जानते हैं। आपको बता दें कि उनका असली नाम मधुबाला नहीं बल्कि मुमताज बेगम जहां देहलवी था। फिल्मों में अपना करियर बनाने के लिए उन्होंने अपना नाम बदला।

देविका रानी ने दिया था मधुबाला नाम

14 फरवरी 1933 को मधुबाला का जन्म दिल्ली के एक पठान परिवार में हुआ था। उनका असली नाम था मुमताज जहां बेगम देहलवी। 11 भाई-बहनों में पांचवें नंबर की मधुबाला बला की खूबसूरत थीं। मुमताज के पिता अताउल्लाह खां पेशावर की एक तंबाकू फैक्टरी में काम करते थे। पर बाद में पत्नी आयशा बेगम के साथ दिल्ली चले आए।वहां से मुंबई जाकर रहने लगे। बताया जाता है कि बेहद कम उम्र में मधुबाला फिल्मों में काम करने लगीं, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण होने लगा। हिरोइन के रूप में उनकी पहली फिल्म बसंत से हुई। मधुबाला के काम से उस जमाने की मशहूर अदाकारा देविका रानी भी काफी प्रभावित हुईं और उन्होंने ही मुमताज को अपना नाम बदलकर मधुबाला रखने की सलाह दी।

बचपन के दोस्त से मोहब्बत परवान नहीं चढ़ी

बताया जाता है कि मधुबाला को बचपन के दोस्त लतीफ से मोहब्बत थी पर दूरियों के कारण परवान नहीं चढ़ी। फिर फिल्म निर्देशक किदार से उन्हें 14-15 साल की उम्र में इश्क हुआ लेकिन जल्द ही मधुबाला ने उनसे भी किनारा कर लिया। फिल्‍म महल के निर्देशक कमाल अमरोही के साथ भी मधुबाला का नाम खूब जोड़ा गया, लेकिन वह पहले से शादीशुदा थे, इसलिए यह कहानी भी आगे नहीं बढ़ पाई।

दिलीप कुमार के साथ रहा रिश्ता

इसके बाद मधुबाला के जीवन में आए यूसुफ खान उर्फ दिलीप कुमार। फिल्म तराना की शूटिंग के दौरान दोनों में प्यार पनपा तो कई साल दोनों एक-दूसरे के साथ रहे। यह भी कहा जाता है कि दिलीप कुमार और मधुबाला की सगाई भी हो गई थी। इसी बीच दिलीप और मधुबाला ने एक साथ बीआर चोपड़ा की फिल्म नया दौर साइन की थी, जिसकी शूटिंग 40 दिनों तक ग्वालियर में होनी थी। यहां बीच में मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान आ गए और शर्त रख दी कि फिल्‍म की शूटिंग ग्वालियर के बजाय मुंबई में ही की जाए।।

बातचीत बंद फिर भी करते रहे मुगल-ए-आजम की शूटिंग

दिलीप कुमार ने आत्मकथा में लिखा है कि अताउल्लाह खान उनकी शादी के खिलाफ नहीं थे, बल्कि वह चाहते थे कि मधुबाला और दिलीप कुमार सिर्फ उन्हीं की प्रोडक्शन कंपनी के लिए काम करें। इसके लिए उन्होंने मधुबाला और उनके पिता को समझाया भी कि ऐसा कैसे संभव है? वह अपने तरीके से काम करते हैं। फिर भी वे नहीं माने। दिलीप कुमार ने यह भी लिखा है कि मुगल-ए-आजम जैसी फिल्म की आधी शूटिंग के दौरान मधुबाला और उनके बीच बातचीत बंद थी। दोनों सेट पर एक-दूसरे का अभिवादन तक नहीं करते थे। फिर भी पेशेवर कलाकारों की तरह शूटिंग पूरी की।

किशोर कुमार से की थी शादी

दिलीप कुमार से रिश्‍ता खत्म होने के बाद मधुबाला बुरी तरह से टूट गई थीं। तभी गायक-अभिनेता किशोर कुमार उनकी जिंदगी में आए। उसी दौर में किशोर कुमार का अपनी पत्नी रूमा देवी गुहा ठाकुरता से तलाक हुआ था। मधुबाला और किशोर कुमार लगभग तीन साल साथ रहे, इसके बाद 1960 में शादी कर ली। तब मधुबाला की उम्र केवल 27 साल थी। शादी के बाद मधुबाला बीमार रहने लगीं तो किशोर कुमार उनको लंदन ले गए।

दिल के दर्द से जूझ रहीं मधुबाला के दिल में था छेद

मधुबाला मोहब्बत की नाकामी के बाद दिल का दर्द तो झेल ही रही थीं, उनके दिल में छेद होने को लेकर भी अलग-अलग किस्से हैं। एक बात यह कही जाती है कि बचपन से ही उनके दिल में छेद था। दूसरी यह कि साल 1957 में राज कपूर के साथ चेन्‍नई में चालक फिल्म की शूटिंग के दौरान सेट पर मधुबाला को खून की उल्‍टी हुई और वह बेहोश हो गईं। केवल 24 साल की मधुबाला को तब तीन महीने के लिए आराम की सलाह डॉक्टरों ने दी पर वह नहीं मानीं। बाद में मुगल-ए-आजम की शूटिंग के दौरान भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।

जिसे शिद्दत से चाहा, वही नहीं मिला

मधुबाला के बारे में कहा जाता है कि वह बड़ी जल्दी किसी को भी अपना दिल दे बैठती थीं और उसे गुलाब के फूल और चिट्ठी देकर इजहार भी कर देती थीं। कई बार नाकामियों के कारण वह मोहब्बत की राह पर आगे बढ़ने से डरती भी थीं, इसीलिए कई रिश्ते टूट गए। प्रेमनाथ के साथ धर्म आड़े आ गया। अगर चाहतीं तो धर्म बदलकर घर बसा सकती थीं पर पिता नहीं माने। कमाल अमरोही के साथ शादी नहीं की, क्योंकि वह अपनी पहली पत्नी को तलाक दिए बिना मधुबाला से दूसरी शादी करना चाहते थे। किदार के साथ रिश्ते में तो केवल डर के कारण आगे नहीं बढ़ीं। उन्हें लगता था कि किदार उन्हें छोड़ देंगे।

इस एक्टर को दे बैठीं थी दिल

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मधुबाला का दिल दिलीप कुमार पर आ गया था। दोनों एक दूसरे को बहुत प्यार करते थे। हालांकि उनका रिश्ता लंबा न चला। बता दें कि शूटिंग लोकेशन को लेकर मधुबाला के पिता कोर्ट गए थे उस समय दिलीप कुमार ने निर्देशक का साथ दिया।मधुबाला को ये बात अच्छी न लगी और उन्होंने इसके लिए दिलीप कुमार को माफी मांगने के लिए बोला। वहीं दिलीप कुमार भी अपनी अकड़ में थे वो चाहते थे कि मधुबाला पिता का घर छोड़ उनके साथ आ जाए। ऐसा हुआ नहीं तो दोनों का ब्रेकअप हो गया।

दिल किसी से लगाया फेरे किसी के साथ लिए

खबरों के अनुसार दिलीप कुमार से ब्रेकअप के बाद मधुबाला का दिल टूट गया था। उसी दौरान उनकी लाइफ में किशोर कुमार ने एंट्री मारी। कहा जाता है कि एक्ट्रेस बीमार थीं तो उन्हें इलाज के लिए लंदन ले जाया गया जहां अभिनेत्री ने किशोर कुमार संग शादी कर ली।

चीन के प्रधानमंत्री भी मधुबाला के डांस के दीवाने थे

1960 में रिलीज हुई फिल्म मुगल-ए-आजम की शूटिंग के लिए जब शीश महल का सेट बनाया गया था तो कई लोग शूटिंग देखने पहुंचे थे। इनमें चीन के तत्कालीन प्रधानमंत्री चाउ एन लाई भी थे जो खास तौर से मधुबाला का डांस देखने के लिए सेट पर पहुंचे थे।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो करना चाहते थे शादी

मुंबई के वर्ली सी फेस में भुट्टो परिवार की कोठी हुआ करती थी। 1954 से 1958 तक, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो यहां रहे थे, जबकि उनका पूरा परिवार पाकिस्तान में रहता था। नौशाद साहब ने इस बात का जिक्र कई दफा किया है कि गाने मोहे पनघट में नंदलाल की शूटिंग के दौरान जुल्फिकार अली भुट्टो अक्सर मौजूद रहते थे। इस दौरान वो मधुबाला के डांस के मुरीद हो गए थे।

9 साल एक बिस्तर पर तड़पती रही मधुबाला

लोगों के दिलों पर राज करने वाली अभिनेत्री को दिल की बीमारी हो गई थी। इसके अलावा उन्हें फेफड़ों की भी समस्या भी हो गई थी। बीमारियों के चलते एक्ट्रेस का करियर जल्दी ही खत्म हो गया। अभिनेत्री के दिल में छेद था, साथ ही उनके फेफड़े भी खराब थे। इसके अलावा एक्ट्रेस को एक और बीमारी थी जिसमें उनका खून बढ़ने लगता था जो नाक और मुंह के रास्ते बाहर आने लगता था।डॉक्टर डेली एक्ट्रेस के घर आते और खून निकालते। एक समय बाद हालत ऐसी हो गई कि एक्ट्रेस को सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी और उन्हें हर 4 घंटे में ऑक्सीजन देनी पड़ती थी। एक ही कमरे में 9 साल तक अभिनेत्री पड़ी रहीं और तड़पती रहीं, अंत समय में उनके पास कोई अपना नहीं था जो ख्याल रख सके।

मुझे जिंदा रहना है, मरना नहीं है: मधुबाला

मधुबाला की हालत दिन-ब-दिन खराब हो रही थी। उनके शरीर में अधिक खून बनता था जिस वजह से वो नाक और मुंह से बाहर निकलता था। घर पर डॉक्टर शरीर से खून निकालते थे। उन्हें फेफड़ों की बीमारी भी थी, इस वजह से उन्हें हर चार-पांच घंटे में ऑक्सीजन देनी पड़ती थी।मधुबाला लंबे समय तक बिस्तर पर रही थीं। शरीर में सिर्फ हड्डियां ही बची थीं। खुद को देखकर वो हमेशा रोती थीं और कहती थीं, ‘मुझे जिंदा रहना है, मरना नहीं है।’ इस वजह से वो मेकअप करके रहा करती थीं, ताकि उन्हें लगे कि वो ठीक हैं।खिरकार बीमारी की वजह से मधुबाला का 23 फरवरी 1969 को महज 36 साल की उम्र में ही निधन हो गया।

Back to top button